इंटरनेट का मालिक कौन है? इंटरनेट ने हमारे जीवन को इस तरह बदल दिया है कि आज हम इंटरनेट के बिना एक पल भी नहीं जी सकते, आज हमारे लिए इंटरनेट के बिना रहना असंभव है, इंटरनेट के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि हमें यह इंटरनेट कहां से मिलता है? क्या आपने कभी सोचा है कि इंटरनेट का मालिक कौन है जिसे पूरी दुनिया में लोग हर पल इस्तेमाल करते हैं?
ये सवाल बहुत गहरे हैं कि आखिर इंटरनेट जिसका इस्तेमाल पूरी दुनिया करती है। इसका मालिक दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति होना चाहिए क्योंकि इंटरनेट के बिना सब कुछ अधूरा है तो Amazon का मालिक दुनिया का सबसे अमीर आदमी कैसे हो सकता है।
अगर आपके मन में भी ऐसा कोई सवाल है तो यह लेख आपके हर सवाल का जवाब है, क्योंकि आज की इस पोस्ट में हम आपको इंटरनेट के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं, इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि इंटरनेट क्या है और क्या भी करेगा इंटरनेट के मालिक के बारे में पूरी जानकारी दें।
What is internet in hindi
इंटरनेट का पूरा नाम इंटरकनेक्टेड नेटवर्क है। यह वेब सर्वरवर्ल्डवाइड का एक बहुत बड़ा नेटवर्क है। इसलिए इसे वर्ल्ड वाइड वेब के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर वेब के रूप में जाना जाता है, यह एक ऐसा नेटवर्क है जो दुनिया भर के सर्वरों से जुड़ा है। इंटरनेट एक वर्ल्ड वाइड नेटवर्क है जो दुनिया भर के कंप्यूटरों को एक सिस्टम में जोड़ता है। इंटरनेट में कई उच्च-बैंडविड्थ होते हैं, जिन्हें इंटरनेट की रीढ़ माना जाता है, जो एक अत्यंत व्यस्त कंप्यूटर नेटवर्क है।
इंटरनेट किसी वेब से कम नहीं है। आज की सूचना प्रौद्योगिकी की दुनिया में इंटरनेट एक बहुत ही आधुनिक प्रणाली है। इंटरनेट पूरी दुनिया में सूचना और संचार का आदान-प्रदान प्रदान करता है।
इंटरनेट इंटरकनेक्टेड नेटवर्क का एक बड़ा नेटवर्क है जो एक दूसरे से जुड़े रहने के लिए मानकीकृत संचार प्रोटोकॉल का उपयोग करता है। इंटरनेट टीसीपी/आईपी प्रोटोकॉल के माध्यम से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर से कनेक्शन स्थापित करता है इंटरनेट दुनिया के सभी कंप्यूटरों को राउटर और सर्वर के माध्यम से जोड़ता है।
इंटरनेट का मालिक कौन है?
इंटरनेट हम सभी के स्वामित्व में है और कोई नहीं। अगर सही मायने में देखा जाए तो किसी एक व्यक्ति या संगठन के पास इंटरनेट नहीं है या वह पूरी तरह से इंटरनेट नहीं चलाता है। यहां से आप विस्तार से पढ़ सकते हैं कि इंटरनेट की खोज किसने की।
इंटरनेट एक वास्तविक मूर्त इकाई के बजाय एक अवधारणा पर अधिक आधारित है, संपूर्ण इंटरनेट भौतिक बुनियादी ढांचे पर निर्भर करता है जो नेटवर्क को एक दूसरे से जोड़ता है। अगर वास्तविक सिद्धांत में देखा जाए तो इंटरनेट का स्वामित्व उन सभी लोगों का है जो इसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उपयोग करते हैं।
इंटरनेट कहाँ से आता है?
सीधे शब्दों में कहें तो इंटरनेट एक ऐसा माध्यम है जो हमें कोई भी काम करने में मदद करता है, अगर हम किसी व्यक्ति को संदेश भेजना चाहते हैं तो वह काम इंटरनेट के माध्यम से किया जाता है। या अगर हम किसी ब्लॉग पर आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो यह काम भी इंटरनेट के जरिए किया जाता है।
इन सभी चीजों को करने के लिए इंटरनेट दूसरे सर्वर को रिक्वेस्ट भेजता है। जैसे ही यह रिक्वेस्ट सर्वर पर पहुंचती है, सर्वर आपका रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेता है और आपने जो मांगा था, यानी मैसेज भेजकर उसका रिजल्ट तुरंत आपके फोन या लैपटॉप में आ जाता है।
इंटरनेट का आविष्कार किसने और कब किया?
इंटरनेट का आविष्कार किसी व्यक्ति विशेष ने नहीं किया था। इंटरनेट बनाने में कई वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने भी अपना सहयोग दिया था। 1957 में अमेरिका ने इस तकनीक की मदद से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक विशेष तकनीक के निर्माण के लिए एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (ARPA) नामक एजेंसी की स्थापना की। एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है।
1969 में इस एजेंसी की स्थापना की और 1980 के दशक की शुरुआत में उनके नाम पर इस तकनीक का नाम ARPANET रखा। इस तकनीक का नाम बदलकर इंटरनेट कर दिया गया जब TCP/IP प्रोटोकॉल का आविष्कार Vinton Cerf और Robert Kahn ने किया, तब इस तकनीक को एक नया मोड़ मिला।
इंटरनेट की शुरुआत कब हुई?
इंटरनेट की शुरुआत 1 जनवरी 1983 को हुई थी, जब इंटरनेट ने टीसीपी/आईपी प्रोटोकॉल को अपना लिया था, टीसीपी और आईपी प्रोटोकॉल को अपने भीतर लेकर इस तकनीक ने एक बड़ा नेटवर्क बनाया, जिसके कारण इसे “नेटवर्क का नेटवर्क” कहा गया। रखना।
