आज कल Internet का उपयोग तो सभी करते है और बिना इंटरनेट के कुछ पल बिताने भी हमारे लिए काफी मुश्किल होता है। लेकिन कुछ लोगो को ये पता नहीं होता है की इंटरनेट क्या होता है और ये काम कैसे करता है। तो आज की इस पोस्ट में आपको इंटरनेट से जुड़ी कुछ बेसिक जानकारी देने वाला हूँ।
इंटरनेट क्या है ? इसके साथ ही आज की इस पोस्ट में आपको इंटरनेट का विकास, इंटरनेट कैसे काम करता है और इंटरनेट के फायदे और नुक़सान आदि के बारे में जानकारी मिलने वाली है।
इंटरनेट क्या है ?
इंटरनेट एक बहुत ही बढ़ा नेटवर्को का जाल होता है। जो हमे बहुत सारी सूचनाएँ और जानकारियाँ एक पल में प्रदान करवा सकता है। इंटरनेट को अंतर्जाल या अंतरताना भी कहते है। आसान भाषा में इंटरनेट का मतलब कई सारे कम्प्युटरो का आपस में सम्बन्ध होना या जुड़ना है। Internet शब्द में Inter शब्द का अर्थ जुड़ा हुआ और Net का अर्थ जाल होता है।
इंटरनेट का पिता – विंट कर्फ़ और रॉबर्ट ई कान को कहा जाता है। जिन्होंने वर्ष 1950 में इसकी शुरुआत की थी। इसमें सार्वजनिक, निजी और ग्लोबल स्कोप वाले नेटवर्क होते है।
इंटरनेट पर उपलब्ध डाटा को प्रोटोकॉल द्वारा नियंत्रित किया जाता है।इंटरनेट पर सूचनाओं का आदान- प्रदान करने के लिए TCP /IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) का उपयोग होता है। इंटरनेट पर किसी फाइल को छोटे भागो में फाइल Server द्वारा TCP/IP के द्वारा बाँटा जाता है। और इनको पैकेट्स कहा जाता है।
इंटरनेट का पूरा नाम – International Network होता है।
इंटरनेट का विकास…
वर्तमान में इंटरनेट का जो विकसित रूप है। जो कई सारे वैज्ञानिको की मेहनत का परिणाम है। अमेरिका के रक्षा विभाग ने कम्प्यूटरो को आपस में जोड़ने और तकनिकी बढ़त पाने के लिए DARPA (Defense Advanced Research Projects Agency) प्रोजेक्ट की स्थापना की। 21 नवम्बर 1969 में स्टैण्डर्ड रिसर्च इंस्टिट्यूट और कैलिफोर्निया विश्व विद्यालय के मध्य इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ARPANET (Advance Research Project Agency Network) पहला लिंक स्थापित हुआ।
NOSAR अमेरिका से बाहर ARPANET का पहला नेटवर्क संयोजन था। जो वर्ष 1973 में नार्वे और अमेरिका के बिच स्थापित हुआ था। इंटरनेट एशिया में वर्ष 1980 के बाद आया था। इससे पहले एशिया में इंटरनेट का चलन नहीं था।
भारत में सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत वर्ष 1995 में कोलकाता से हुई थी। भारत में सबसे पहले इंटरनेट की सेवाएँ VSNL( Videsh Sanchar Nigam Limited) के अंतर्गत आती थी। इसने दुनिया के दूसरे कम्प्युटरो को भारत के कम्प्युटरो से जोड़ा। इसके बाद भारत सरकार ने प्राइवेट कम्पनियो की भागीदारी शुरू करके इंटरनेट का विस्तार किया।
इंटरनेट कैसे काम करता है ?
इंटरनेट ऑप्टिक फाइबर केबल के द्वारा चलता है। जिनको Submarienecable के नाम से भी जाना जाता है। जो पूरी दुनिया में समुद्र में बिछी हुई है। और इन केबल के माध्यम से सारे देशो के सर्वर को कनेक्ट किया जाता है। ये केबल बहुत ही पतली होती है और एक-एक केबल में लगभग 100 GBPS से भी ज्यादा की स्पीड होती है
अगर आप वायरलेस इंटरनेट का उपयोग करते है तो इसके लिए आपके आस-पास का जो भी मोबाइल टावर लगा होता है। वो इस केबल से कनेक्ट रहता है। और फिर टावर पर लगे एंटीना द्वारा आपको सुचना प्रदान की जाती है।
हम इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते है वो हमे इन केबल के माध्यम से हजारो मिल दूर डाटा सेंटर से मिलती है। जो आपके डिवाइस के IP Address से आपके डिवाइस तक पहुंच पाती है। Submariene cable कई सारे लैंडिंग पॉइंट से कनेक्टेड होती है।
