झुनझुनी क्यों होती हैं – tingling in hindi

जब भी आप, किसी एक पोजीशन में अपने शरीर को काफी देर तक रखे रहते हो, जैसे आप जब पालठ्ठी मार के बैठे रहते हो या फिर किसी योग आसन में, एक ही पोजीशन में काफी समय तक तो आपके पैरों में या फिर आपके हाथों में झुनझुनी सी चढ़ने लगती है। जब आप चलने का प्रयास करते हो तो आपको लगता है कि तुरंत बस यह जो सेंसेशन हो रही है इसका तुरंत शांत हो जाए।

एक बिल्कुल मीठा सा दर्द होता है, इसमें शरीर का वह अंग particularly सुन्न पड़ जाता है। आखिर ऐसा होता क्यों है और अगर ऐसा हो जाता है, तो उसको तुरंत कैसे सही किया जाए। बिल्कुल काम की वीडियो है आपके लिए, अगर यह जान जाओगे ना तो कम से कम वह मीठे से दर्द से आप तुरंत ही या कहो कि मीठे से झुनझुनाहट से आपको मुक्ति मिल जाएगी। सबसे पहले हम कारण जान जाएंगे उसके बाद उसका निवारण भी जानेंगे…

देखिए सबसे पहले कारण जानते हैं, हम जी रहे हैं इस धरती पर केवल और केवल ऑक्सीजन के कारण, ऑक्सीजन हमारे शरीर में जाता है तो हर एक सेल को एनर्जी देता है, जब यह सेल में पहुंचकर oxygen ग्लूकोस का ऑक्सीकरण करते हैं। जब यह ऑक्सीजन की किसी सेल या किसी परिकलर अंग में कम हो जाता है,  hypoxia जैसे, तो वह पर्टिकुलर ऑर्गन डेड हो जाता है। इसीलिए तो ईसे कहा जाता है प्राण वायु। अगर प्राण ना हो शरीर में यानी प्राणवायु ना हो तो यह जीवन बिल्कुल नामुमकिन होगा और यह केवल हमारे शरीर पर नहीं हमारे शरीर के एक एक सेल पर लागू होता है।

जैसे ही शरीर के किसी पार्टिकुलर अंग में ऑक्सीजन की कमी होती है, तो हमारा ब्रेन हमें सिग्नल देने लगता है कि शरीर के इस अंग को ऑक्सीजन चाहिए। तुरंत कुछ ऐसा करो लंबी लंबी सांसे लेना शुरू करो या मूवमेंट शुरू कर दो जिससे शरीर के उस अंग को ऑक्सीजन मिल सके।

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देखिए जब हम किसी एक पोजीशन में बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं तो, वहां पर ब्लड वेसेल जो Blood को कैरी करते हैं, जो हर एक सेल तक Blood को पहुंचाते हैं, वह दब जाते हैं और आपको यह बात तो पता ही होगा कि Blood में rbc ही है जो ऑक्सीजन के साथ bind होकर एक एक सेल तक ऑक्सीजन को पहुंचाता है। अब जैसे ही नस के दबने से किसी सेल को ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई।

वहां पर ब्रेन हमें झुनझुनी जैसा महसूस करवाने लगता है, यह नर्वस सिस्टम का काम होता है, यानी शरीर आपको यह कहना चाहता है कि तुरंत ही उस particular अंग को ऑक्सीजन प्रोवाइड कराओ नहीं, तो ऑक्सीजन डेफिशियेंसी की वजह से अंग डैमेज भी हो सकता है।

तो अब शरीर में, शरीर के किसी पर्टिकुलर अंग में ऑक्सीजन की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं, अगर कोई व्यक्ति डायबिटिक हो, किसी में विटामिन की कमी हो गई हो, या कोई गहरी चोट लग गई हो तो इन सब कारणों से किसी अंग में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है।

तो अब इसका निवारण क्या है, इसका सबसे अच्छा निवारण यह है कि आप तुरंत ही अपने शरीर में मूवमेंट करना स्टार्ट कर दें और गहरी गहरी सांस लेना शुरू कर दें। इससे खून का सरकुलेशन पूरे शरीर में तेजी से होने लगे और गहरी सांस लेने से ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन आपके शरीर में पहुंच सके।

ऑक्सीजन मिलते ही उस पर्टिकुलर अंग को एनर्जी मिलना शुरू हो जाएगी और वहां पर झुनझुनी बंद हो जाएगी ।

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