दिमाग किन cells से मिलकर बना हुआ होता हैं

हर जगह आपको दिमाग के बारे में बताया जाता है, पर आपको कोई यह नहीं बताता है कि हमारा दिमाग आखिर बना किस चीज से हुआ होता है. वह कौन सा बिल्डिंग ब्लॉक है, जो हमारे दिमाग का निर्माण कर देता है, देखिये यह जानना केवल आपके नॉलेज बढ़ाने के लिए ही नहीं है, बल्कि यह जानकर आप दिमाग के होने वाले वह तरह-तरह की बीमारियां, जिनको अभी तक solve नहीं किया जा सका है। उनको भी आप समझ सकते हो।

देखिये यह है न्यूरॉन हमारे दिमाग का बिल्डिंग ब्लॉक, जो हमारे दिमाग का निर्माण करता है। im sure, यह बात आप लोगों को जरूर ही पता होगा। यह न्यूरॉन क्या करता है, इलेक्ट्रो केमिकल प्रोसेस के थ्रू इंपल्सेस को कैरी करके हमें कोई भी चीज sense करने में मदद करता है। या फिर हम जो कोई भी मोटर एक्शन कर पाते हैं, चल पाते हैं, बोल पाते हैं या कोई भी काम कर पाते हैं, वह सब इन्हीं न्यूरॉन की वजह से ही संभव हो पाता है।

देखिये यह है न्यूरॉन की सेल बॉडी जैसे नॉर्मल सेल होते हैं, उसमें सेल मेंब्रेन होता है, माइटोकॉन्ड्रिया होता है, golgi appartus जैसी चीजें होती हैं, यह सब चीजें इन न्यूरॉन के cell बॉडी में भी पाई जाती है। क्योंकि न्यूरॉन भी नॉर्मल सेल की तरह ही होती है। बस अंतर यह है कि इस न्यूरॉन के cell बॉडी पर कुछ डेंड्राइड निकले होते हैं, यह dendrites बहुत इंपॉर्टेंट होता है, यह जो दूसरी adjusten लगी हुई न्यूरॉन है, synapse के थ्रू वहां से सिग्नल को रिसीव करते हैं। और यह बीच में जो आप लंबी सी पूछ कर देख रहे हैं, इसे न्यूरॉन का axon कहते हैं।

और इस पूछ के अंत में जिसे axon कहते हैं। बहुत सारे dendrites निकले हुए होते हैं, जो सिग्नल को दूसरे न्यूरॉन पर transmit करते हैं, विशेष प्रकार की केमिकल न्यूरोट्रांसमीटर को रिलीज करके।

अब देखिए यह जो axon है, यह जो पूछ निकली हुई है, neuron के cell बॉडी से यह दो प्रकार की हो सकती है। एक वह जो बिल्कुल ही सिंपल सी हो, जिसके ऊपर किसी भी प्रकार का कोई लेयर ना हो, और दूसरा होता है माईलिनेटेड axon जिसमें क्या होता है, प्रोटीन और फैट की लेयर न्यूरॉन के axon पर चढ़ी हुई होती है। जो कि बिल्कुल कुशन की तरह होती है, यह बिल्कुल  कंटीन्यूअस layer नहीं होती है, axon पर। बल्कि कुछ कुछ जगह पर break होकर जैसा भी आप इमेज में देख रहे हैं। न्यूरॉन के axon पर यह लेयर चढ़ी हुई होती है।

कुछ विशेष प्रकार के सेल होते हैं, जो न्यूरॉन को पोषण देते हैं, जो न्यूरॉन को ऑक्सीजन प्रोवाइड करवाते हैं, वही यह फैट और प्रोटीन की layer न्यूरॉन के axon पर चढ़ाते हैं, जिसकी वजह से न्यूरॉन अपने आसपास की न्यूरॉन के प्रति इंसुलेटेड हो जाता है। साथ ही साथ ये इसे सपोर्ट भी करता है। और इसके वजह से न्यूरॉन में इलेक्ट्रिक इंपल्सेस बहुत ही तेजी से कंडक्ट होने लगते हैं। बीच-बीच में आप नोड दिख रहे हैं, इस node ऑफ ranvier कहते हैं। इसी की वजह से ही न्यूरॉन में कंडक्शन बहुत ही तेजी से होने लगता है।

पर ध्यान रहे ये न्यूरॉन केवल 1 साइज के नहीं होते हैं। बल्कि यह कई तरीके के साइज और शेप में पाए जाते हैं। जैसे अभी आप देख रहे हैं, स्क्रीन पर इसमें न्यूरॉन की सेल बॉडी बीच में है, और axon दोनों तरफ से निकला हुआ है। या एक में axon है ही नहीं, केवल न्यूरॉन की सेल बॉडी है, जिसमें से डेंड्राइड निकले हुए हैं। और जहाँ दो न्यूरॉन आपस में जुड़ते हैं, उन दो न्यूरॉन के जंक्शन को synapse कहा जाता है। यहीं से न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होकर दूसरे न्यूरॉन पर जाता है, और न्यूरॉन में इलेक्ट्रिक करंट जनरेट होता है।

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