क्या आपको पता है कि हमारे brain के ऊपर एक आवरण भी होता है, जिसका काम हमारे ब्रेन को किसी भी प्रकार के मैकेनिकल ट्रामा यानी किसी भी प्रकार के कट, घाव, दबाव आदि के कारण जो injury होता है, उससे हमें बचाता है। साथ ही साथ इस आवरण के अंदर ही ब्लड वेसल्स होती हैं जो हमारे दिमाग को ताजा ऑक्सीजन प्रोवाइड कराती हैं, इसीलिए हमें बिना समय गवाएं आज ये जानना है कि ब्रेन के ऊपर ये आवरण यानी यह जो लेयर है यह काम कैसे करता है।
देखिए ब्रेन के ऊपर जो आवरण पाया जाता है, उसे meninges कहते हैं और यह मेनिनजेस 3 लेयर से मिलकर बना हुआ होता है। यानी ब्रेन के ऊपर कुल 3 लेयर होते हैं, चलिए एक-एक करके सब के बारे में जानते हैं, वीडियो अच्छा लगेगा तो लाइक जरूर करना…
देखिए जैसे ही हम अपने कपाल से अंदर की ओर जाएंगे, वैसे ही हम अपने ब्रेन के पहले लेयर को पाएंगे, जिसे dura mater के नाम से जानते हैं।
देखिए dura mater हमारे ब्रेन के layer का सबसे बाहरी लेयर होता है, और यह बिल्कुल लेदर की तरह होता है। यह कनेक्टिव टिशु से बना होता हैं, जब हम इसे और गहराई से जानने का प्रयास करते हैं, तो हम पाते हैं कि यह dura mater भी दो लेयर से मिलकर बनी हुई होती है।
endosteal layer
meningeal layer
देखिए यह दोनों लेयर पूरे ब्रेन में, आपस में बहुत ही टाइटली चिपके रहते हैं, लेकिन तीन जगह ब्रेन में ऐसी होती है जहां पर यह लेयर आपस में अलग होकर, थोड़ी खाली जगह बनाती हैं,जिसे साइनस कहते हैं।
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देखिए ब्रेन में इस जगह को देखिये, जहां मैं arrow से पॉइंट कर रहा हूं, ये हमारे ब्रेन के दोनों हेमिस्फीयर के बीच की जगह है, यहां पर यह layers इन दोनों हेमिस्फीयर के बीच की जगह में fold हो जाती हैं, आपस में अलग हो जाती हैं, और एक वीनस साइनस बनाती हैं, इस जगह को falx cerebri कहते हैं।
देखिए हमारे ब्रेन के इस हिस्से को सेरेब्रम कहते हैं, और इस वाले हिस्से को जो छोटा सा है, इसे cerebellum कहते हैं, इन दोनों के बीच में भी यह दोनों लेयर इसके अंदर फोल्ड होकर, आपस में अलग होकर एक साइनस बनाती हैं, इस जगह को falx cerebelli कहते हैं।
अब देखिए हमारा जो cerebellum होता है, वह भी 2 लोब में बंटा रहता है, इन दोनों लोब के बीच में भी, इसके अंदर फोल्ड होकर, यह दोनों लेयर अलग हो जाती हैं और एक साइनस बनाती हैं, जहां पर venous ब्लड वेसल्स होते हैं, ब्लड कलेक्ट करने के लिए, इस जगह को टेंटोरियम सेरेबेल्ली कहते हैं।
देखिए यह तो हुआ brain का पहला लेयर जो सबसे आउटर्मोस्ट लेयर होता है। अब आते हैं हम इसके नीचे वाले लेयर पर, जो कि ब्रेन का मिडिल और दूसरा लेयर होता है, देखें ब्रेन के दूसरे लेयर को arachnoid mater कहते हैं, जो कि एक वेब लाइक स्ट्रक्चर होता है, ये भी पूरे ब्रेन को अपने अंदर एनवेलप किया रहता है, यह इलास्टिक fibrous टिशु से बना रहता है, इसीलिए इसका main purpose होता है कि जब भी हमारे ब्रेन को जब कोई मैकेनिकल शॉक लगे, तो यह इसको absorb कर सकते हैं।
अब देखिए ब्रेन का जो सबसे अंदरूनी लेयर होता है उसे कहते हैं pia mater, जोकि ब्रेन के ऊपर सबसे अंदरूनी लेयर होता है, यह ब्रेन के ऊपर यह जो फोल्डिंग आप देख रहे हैं, ऊपर नीचे सा इन सब के ऊपर चिपका होता है, ये pia mater. यह ब्रेनको बहुत ही टाइप ली एनवेलप किया रहता है, और यह फाइबर्स टिशु से बना रहता है.
देखें हमारे ब्रेन में ये जो पाया मैटर और arachnoid mater होता है, उसके बीच में एक space होता है, जिसे subarachnoid space कहते हैं. इस स्पेस में एक फ्लूइड रहता है, जिसे सेरेब्रॉस्पाइनल फ्लुएड कहते हैं. यह जो सीएसएफ फ्लुएड होता है, इसका हमारे ब्रेन में बहुत सारा जरूरी काम होता है.
इसका सबसे जरूरी काम यह होता है कि यह हमारे ब्रेन को एक कुशन प्रोवाइड कराता है, जिससे हमारा ब्रेन किसी भी मैकेनिकल प्रेशर को absorb कर ले, इसी फ्लूइड में ब्रेन अपने सारे वेस्ट मटेरियल को रिलीज कर देता है। जिससे ब्रेन से सारे वेस्ट मटेरियल बाहर की ओर निकल जाते हैं, और यहीं से ब्रेन को न्यूट्रिशन भी मिलता है।
देखिए इस इमेज को अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आप पाएंगे कि ब्रेन के इस subarachnoid space से कुछ संरचना निकली हुई है, यहां पर जहां पर मैं और उसे पॉइंट कर रहा हूं, इन्हें arachnoid villies कहते हैं, और इनका काम यह होता है कि यह subarachnoid स्पेस में जो सीएसएफ fluid होता है, उसे यहां पर subdural स्पेस जोकि ब्रेन के सबसे बाहरी लेयर के बीच में, जो मैंने आपको जगह बताई थी, वहां पर इस csf fluid को लाते हैं, और क्योंकि यहां पहले से ही venous ब्लड capillary होती हैं, इसलिए यह रिलीज सीएसएफ के थ्रू ब्रेन के सारे वेस्ट को यहां ब्लड वेसल पर पहुंचा देते हैं, और यहीं से सारा वेस्ट ब्रेन के बाहर निकल जाता है.