देखिये हमारा जो शिश्न होता है यानी penis, जितना हम सोचते हैं उससे 2 गुना ज्यादा लंबाई में बड़ा होता है। क्योंकि उसका आधा से ज्यादा हिस्सा तो हमारे बॉडी के अंदर होता है। और निश्चित ही आप में से बहुत लोगों को मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम यानी पुरुष जनन अंगों के बारे में, बहुत ज्यादा जानकारी नहीं होगा, अगर आप यूट्यूब पर जानकारी ले रहे हो तो। क्योंकि यूट्यूब पर mislead करने वाले बहुत सारे लोग हैं।
और जो पूछोगे उसका जवाब ना देकर, जो उन्हें पता है अधूरा सा, वही जानकारी देते हैं। इसीलिए आज हम आपको मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम के बारे में बेसिक जानकारी दे देंगे। जिससे आप कभी भी भटकोगे नहीं।
लेकिन सबसे पहले यह जान लेते हैं कि हमारे मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम यानी जिस से हम प्रजनन करते हैं। उसमें कौन-कौन से अंग शामिल हैं। इसमें सबसे पहले शामिल है हमारा शिश्न, हमारा स्क्रोटम यानी वृषण, जब हम अंदर की ओर जाएंगे तो प्रोस्टेट, सेमिनल वेसाइकल, वास डिफरेंस और cowpers gland
चलिए सबसे पहले हम जान लेते हैं अपने शिश्न यानी penis की संरचना के बारे में कि हमारा पेनिस आखिर बना कैसे हुआ होता है। देखिए human पीनीस एक cylendrical आकार में होता है। जोकि तीन spongy tissues से मिलकर बना हुआ होता है. सबसे नीचे वाले layer को जहां पर मैं अभी और उसे पॉइंट कर रहा हूं, इसे corpus spongeosum कहते हैं। इस वाले spongy tissue के लेयर में ही हमारा यूरेथ्रा होता है। जहां से सीमेन और यूरिन पास होता है।
Corpus spngeosum के पीछे की ओर पेनिस का बल्ब होता हैं। जो कि हमारे पेल्विक फ्लोर के नीचे perineum से जुड़ा रहता है, और यह हमारे पेनिस को सपोर्ट करता है.
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और इसके ऊपर जो आप 2 लेयर दिख रहे हैं। हमारे पेनिस में, पेनिस के coronal section में, इन दो लेयर को जो कि स्पंजी टिशू के ही हैं
इन्हें corpus cavernosa कहा जाता है. यह दो लेयर ही penis को shape देती हैं, और आपको जानकर हैरानी होगा कि जब मर्दों का पेनिस इरेक्ट होता है, सेक्सुअल एक्टिविटी के लिए, तब इन्हीं दो स्पंजी टिशु के अंदर ही ब्लड इतना ज्यादा भर जाता है कि penis टाइट और पेनिस का girth भी बढ़ जाता है। लेकिन हमारे ये जो दो स्पंजी टिशु के लेयर होते हैं, दरअसल ये हमारे pelvis के बोन से जाकर जुड़ जाते हैं। जिसे crura of penis कहते हैं। इसी की वजह से penis erect होते समय उसे सपोर्ट मिला रहता है।
फिर उसके बाद इन तीनों layers को अलग करने के लिए इन तीनों लेयर के ऊपर मेंब्रेन की लेयर भी होती है, और कुछ fascia की लेयर भी होती है। और इन सबके अंदर penis में ब्लड सप्लाई और nerve सप्लाई भी होती है।
देखिए हमारा यह जो दो स्पंजी टिशु होते हैं जो हमारे पीनेस को erect करने में सबसे ज्यादा मदद करते हैं. उनके बीच में ब्लड की आर्टरी होती हैं, जो कि penis को इरेक्ट होते समय इसके अंदर ब्लड को pool करती हैं। और हमारे पेनिस के ऊपर fascia के लेयर पर deep dorsal vein होता है, जो कि penis के नॉर्मल होने पर सारे ब्लड को दोबारा से penis से ड्रेन आउट कर देता है।
देखिए हमारे शिश्न के ऊपर वाले हिस्से पर मतलब उसे आगे वाले हिस्से पर एक cap जैसी संरचना होती है. जिसे penis glans कहते हैं या glans of penis, यह जो glans of penis होता है. दरअसल यह हमारे penis के corpus spongeosum का ही एक्सटेंशन होता है, यानी यह हमारे corpus spongeosum का ही भाग होता है, जो कि आगे आकर चौड़ा हो जाता है, और इसी में ही हमारे यूरिन को पास करने के लिए urinary meatus भी होता है, जहां से यूरिन और सीमन दोनों ही बाहर निकलते हैं. और penis glans का फंक्शन हमारे सेक्सुअल एक्टिविटी में बहुत ही इंपॉर्टेंट होता है. इसी की वजह से ही semen वजाइना से बाहर नहीं निकल पाता है, सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान.
देखें उसके बाद हमारे पेनिस के ऊपर चमड़ी की एक लेयर होती है, जिसे foreskin या prepuce कहते हैं, यह foreskin हमारे पेनिस के glans से एक frenulum से जुड़ी रहती है। जिसके वजह से यह जो हमारी foreskin होती है, वह हमारे पेनिस के glans के ऊपर कॉन्ट्रैक्ट हो सके और चुकी penis के foreskin में nerve की सप्लाई भी होती है, इसीलिए फोर स्किन की वजह से सेक्सुअल एक्टिविटी में मेल्स को pleasure भी महसूस होता है। यही foreskin आगे चलकर नीचे की ओर स्क्रोटम तक एक्सटेंड हो जाती है। वही स्क्रोटम जिसे हिंदी में वृषण कहते हैं, और आम बोलचाल की भाषा में हमें अंडकोष के नाम से जानते हैं। जिसके अंदर हमारे टेस्टिकल्स रहते हैं।
Dekhiye इस वीडियो में हम केवल penis के बेसिक एनाटॉमी के बारे में जान लेते हैं। अगले वीडियो में हम टेस्टिकल्स के बारे में जानेंगे।