फिंगरप्रिंट की खोज किसने की? – फिंगरप्रिंट क्या है

फिंगरप्रिंट की खोज किसने की? दोस्तों इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि फिंगरप्रिंट क्या है और इसकी खोज किसने और कब की थी। इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। और साथ ही हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि ‘फिंगरप्रिंट’ का चलन कब से शुरू हुआ और आज भारत के पास दुनिया भर से सबसे ज्यादा ‘फिंगरप्रिंट’ डेटा है।

तो आइए जानते हैं उंगलियों के निशान की खोज किसने और क्यों की। क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे ज्यादा उंगलियों के निशान का इस्तेमाल किया जाता है। आज हर भारतीय नौकरी के लिए या सरकारी परियोजनाओं में लोगों की व्यक्तिगत पहचान के लिए उनके बायोमेट्रिक यानी उंगलियों के निशान का उपयोग किया जाता है।

हम में से ज्यादातर लोग अपने आधार कार्ड में उंगलियों के निशान का इस्तेमाल कर रहे हैं जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। और ऐसी योजना दुनिया के किसी भी कोने में नहीं देखने को मिलती है। भारत में आधार कार्ड, राशन कार्ड से लेकर फोन तक में फिंगरप्रिंट स्कैनर का इस्तेमाल किया जाता है।

हम में से ज्यादातर लोग अपने आधार कार्ड में उंगलियों के निशान का इस्तेमाल कर रहे हैं जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। और ऐसी योजना दुनिया के किसी भी कोने में नहीं देखने को मिलती है। भारत में आधार कार्ड, राशन कार्ड से लेकर फोन तक में फिंगरप्रिंट स्कैनर का इस्तेमाल किया जाता है।

या फिर सरकारी योजना से लेकर आपके दफ्तर तक आपका बायोमेट्रिक इस्तेमाल हो रहा है या नहीं. इन सबका संबंध इतिहास से है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे होंगे जिन्हें यह नहीं पता होगा
कि आखिर उंगलियों के निशान की खोज किसने की, उंगलियों के निशान की खोज किसने की और वह व्यक्ति कौन था।

आपको बता दें कि उंगलियों के निशान की खोज विलियम जेम्स हर्शल ने की थी। जेम्स एक ब्रिटिश नागरिक थे जिनका जन्म आज से करीब 162 साल पहले 28 जुलाई 1858 को हुआ था। विलियम जेम्स हर्शल ही वो शख्स थे जिन्होंने बताया कि हर इंसान के उंगलियों के निशान अलग-अलग होते हैं।

इसलिए उन्होंने इसे एक पहचान के रूप में इस्तेमाल किया, इसके बाद उन्होंने आईसीएस अधिकारी रहते हुए हस्ताक्षर के बजाय अधिकारियों के दस्तावेजों में उंगलियों के निशान का उपयोग करना शुरू कर दिया। 1800 में उस समय भारत गुलामी के दौर से गुजर रहा था और 
वह ब्रिटिश खगोल वैज्ञानिकों के परिवार से ताल्लुक रखता था। उंगलियों के निशान की खोज हिंदी में किसने की?

वह पहली बार ब्रिटिश शासन के दौरान आए थे जब वे 20 वर्ष के थे और उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के एक वरिष्ठ कर्मचारी के रूप में पदभार संभाला। जेम्स वही शख्स था जो भारतीय कर्मचारियों के उंगलियों के निशान इकट्ठा करता था। जब वह भारत आती थी तो कंपनी के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करने वाले भारतीय लोगों की उपस्थिति लेती थी।

Vidyudabhi
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