रोंगटे खड़े क्यों होते हैं – goosebumps science

देखिए आप को किन-किन सिचुएशन में goosebumps होते हैं, यानी आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. जब आप को डर लगता है, जब आपको घबराहट होती है. जब आपको ठंड लगता है, जब आपका कोई deep emotion trigg हो जाए, सेक्सुअल अराउजल या कोई shock की बात आप सुन ले, तब आपको goosebumps होते हैं, लेकिन यह होता कैसे है, आज हम इस वीडियो में यही जानेंगे.

ध्यान से देखिए हमारी स्किन 3 लेयर से मिलकर बनी होती है, एपिडर्मिस, बीच वाली dermis और सबसे नीचे वाली hypodermis, इस बीच वाले dermis layer में ही हमारे बालों की जड़ होती है,  जिसे हेयर फॉलिकल कहते हैं। और ध्यान से अगर आप देखेंगे तो हर एक हेयर फॉलिकल से एक छोटी सी पतली लंबी सी muscle जुड़ी हुई होती है, जिसे arrector pilli muscle कहते हैं। ये हर एक बाल से जुड़ी रहती है।

देखें जब यही मसल कॉन्ट्रैक्ट होती है, तो अपने से जुड़े जो हेयर फॉलिकल को भी कॉन्ट्रैक्ट कर देती है और इसी हेयर फॉलिकल से जुड़े हुए जो बाल है, हेयर शाफ्ट वह भी अब इरेक्ट हो जाता है, यानी खड़े हो जाते हैं। जिसे हम जनरली रोंगटे खड़े होना या गुज बम्स के नाम से जानते हैं।

अब यह होता कैसे है हमें ही जाना है। देखें जब हमें डर लगता है या कोई shock का न्यूज़ हम सुन लेते हैं। जब हमें ठंड लगती है। तब हमारा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम ऑन हो जाता है। और इसके nerve हमारे एड्रिनल ग्लैंड को trigg करते हैं, adrenaline हार्मोन रिलीज करने के लिए, जो जाकर वर्क करता है, हमारे इस स्मूथ मसल अरेक्टर पीली मसल पर।

यह हार्मोन इस muscle को  सीकोड देता है, जिससे यह अपने से जुड़े हेयर फॉलिकल को भी अपनी तरफ खींच के इनके बाल को भी एरेक्ट करवा देते हैं। यानी बालों को खड़ा करवा देते हैं। और ऐसा हमारे शरीर में प्रकृति ने क्यों करवाया है, क्योंकि डेंजर के सिचुएशन में जब हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। तब हम देखने में अपने अपोनेंट की तुलना में ज्यादा डरावने लगते हैं, चाहे आप डॉग तो देख लो, किसी चिंपैंजी को देख लो जब भी वह ऐसे डेंजर के सिचुएशन में आते हैं, तो उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

ऐसा माना जाता है कि हमारे पूर्वज भी आदिमानव या उससे पहले के लोग जब जंगलों में रहा करते थे। तो उन्हें भी डेंजर के सिचुएशन से बचाने के लिए प्रकृति ने उन्हें ऐसा रोंगटे खड़े कर देने वाले रेक्टर पीली मसल को डिवेलप किया। ताकि हम danger के सिचुएशन से बच सकें। लेकिन कुछ सिचुएशन में हमें कुछ गाने strong इमोशन फीलिंग trig करवाते है या जब हम कोई बहुत ही अच्छी म्यूजिक सुनते हैं। तब भी हमें तो रोंगटे खड़े होने वाले एहसास होता है। वह क्यों होता है यह बात आज तक साइंटिस्ट नहीं जान पाए हैं। साइंटिस्ट बताते हैं कि अगर आपको म्यूजिक सुनकर goosebump होता है, तो आपके पास एक स्पेशल किस्म का ब्रेन हो सकता है, जिसमें बहुत सारी रहस्य है, इस बात को भी जानेंगे हम।

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