हड्डियां काफी मजबूत होती है, बहुत ज्यादा स्ट्रांग इतना कि हमारे पूरे शरीर को ढांचा देती हैं. और शरीर के weight को कैरी करती है। लेकिन जब इन्हीं हड्डियों पर बहुत ही stronger force लगता है या फिर एक ही जगह पर बहुत बार चोट लगता है। तो यह bones fractured हो जाती है। यानी टूट जाती है। और यह हड्डियों का जो फ्रैक्चर होता है, वह कितने प्रकार का होता है आज हम इस वीडियो में यही जानेंगे…
देखिये पहले प्रकार का जो bone fracture है, उसे transverse fracture या closed fracture कहते हैं। इसमें bone एक सीधी लाइन में टूटता है।
दूसरे प्रकार का जो बोन फ्रैक्चर है, इसमें क्या होता है कि इसमें वह एक सीधी लाइन में तो टूटता है, लेकिन यह टूटी हुई हड्डी हमारी skin के बाहर निकल जाती है। और इस किन के बाहर से देखी भी जा सकती है, इसे open compound fracture कहते हैं।
तीसरे प्रकार का bone fracture है, उसे oblique fracture कहते हैं। इसमें bone fracture diagonaly यानी oblique आकार में होता है।
चौथी प्रकार का जो बोन फेक्चर है, उसे oblique displaced bone fracture कहते हैं। इसमें fractured हुआ bone ऑब्लिक line में तो होता ही है, साथ ही साथ इसमें टूटी हुई bone बाहर की ओर displaced भी हो जाती है।
पांचवी प्रकार का बोन फेक्चर है, comminuted bone fracture इसमें क्या होता है, इसमें हड्डी कई सारे छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है।
छठ भी प्रकार का बोन फेक्चर है,इसे सेगमेंटल बोन फ्रैक्चर कहते हैं। इसमें जो बोन है वह एक छोटे से से segment के रूप में टूट जाता है।
वही सातवें प्रकार का बोन फेक्चर है, ग्रीनस्टिक बोन फ्रैक्चर, इसमें बोन या तो हल्का सा क्रेक हो जाता है या bend हो जाता है और दो अलग-अलग भागों में इसमें बोन टूटती नहीं है।
आठवीं प्रकार का बोन फेक्चर होता है, spiral bone fracture, इसमें जो बोन fracture की लाइनिंग है, वह एक स्पाइरल आकार में होती है, यानी थोड़ा घुमावदार होती है, यह सामान्यतया बोन के ट्विस्ट हो जाने पर होता है।
नौवें प्रकार का बोन फेक्चर होता है, avulsed bone fractured इसमें क्या होता है, इसमें बोन का एक बहुत ही छोटा सा पार्ट लिगामेंट या tendon के खिंचाव की वजह से अपने main part से अलग हो जाता है।