आपने तो सुना ही होगा कैंसर जैसे खतरनाक बिमारी के इलाज के लिए कीमोथेरेपी सबसे ज्यादा प्रचलित ट्रीटमेंट है। मगर कीमोथेरेपी का एक नुकसान ये है कि मरीज के शरीर के बाल झड़ जाते हैं। आमतौर पर हम बालों के बिना अपने शरीर की कल्पना करने से भी डरते हैं । कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट के दौरान मरीज के सिर ही नहीं, बल्कि शरीर के सारे बाल जैसे- रोएं, पलकें, भौहें आदि सभी झड़ जाते हैं।
कैंसर के कुछ मरीज इस बात को लेकर परेशा भी होते हैं और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं कि बिना बालों के वो कैसे दिखेंगे। क्यों झड़ते हैं कीमोथेरेपी के दौरान बाल? कीमोथेरेपी द्वारा कैंसर के इलाज के दौरान मरीज को दवाएं दी जातीहैं, बालों के झड़ने का कारण वही दवाएं हैं। दरअसल कैंसर एक ऐसा रोग है, जो व्यक्ति के शरीर के किसी खास हिस्से में कोशिकाओं (Cells) को प्रभावित करती है।
कैंसर हो जाने पर प्रभावित सेल्स तेजी से divide होती जाती हैं और फैलती जाती हैं और धीरे-धीरे शरीर के स्वस्थ सेल्स को भी अपना शिकार बनाने लगती हैं। कीमोथेरेपी के दौरान दी जाने वाली Cytostatic drugs ऐसी दवाएं हैं, जो कैंसरसेल्स को बंटने से रोकती हैं और उन्हें नष्ट करती हैं। लेकिन इनदवाओं का असर उन स्वस्थ कोशिकाओं पर भी पड़ता है, जो तेजी से बंटते हैं।
इनमें ही Hair Follicles भी शामिल हैं, जिनके कारण हमारे बाल बढ़ते हैं। कीमोथेरेपी की दवाएं इन Hair Follicles को नष्ट कर देती हैं, जिससे मरीज के शरीर के सारे बाल झड़ जाते हैं। पर कैंसर के इस नए इलाज के जरिये बाल नही झड़ेंगे, आइये जानते है इसके बारे में….. ये रिसर्च ‘EMBO Molecular Medicine’ नाम के जर्नल में छापा गया है।
इस रिसर्च में बताया गया है कि कैंसर के इलाज के दौरान जो दवाएं मरीजों को दी जाती हैं, उनसे बाल स्थायी रूप से झड़ जाते हैं। लेकिन इस Hair Loss को रोका जा सकता है। इसके लिए रिसर्च टीम में कुछ नए तरह की दवाएं बताई हैं, जो कैंसर के चिकित्सा के दौरान होने वाले सेल डिवीजन को रोक देती हैं, जिसकेकारण मरीज के बालों पर इन दवाओं को कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इसके लिए खास अवरोधकों (Inhibitors) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिन्हें CDK4/6 नाम दिया गया है। इन नए ट्रीटमेंट के तरीके को ‘टारगेटेड ट्रीटमेंट’ (Targeted Treatment of Cancer) कहा गया है।