देखिये हमने अपने भोजन को चबाया, भोजन चबाने के बाद, हमने भोजन को अंदर निगला, भोजन हमारे भोजन नली से होते हुए, जिसे इंग्लिश में esophagus कहते हैं, वहां से होते हुए हमारे पेट में आया। जिसे आमाशय स्टमक या पेट कुछ भी कह लो। और जो यह फूड हमारे stomach में आ रहा था, ठीक हमारे स्टमक के ऊपरी हिस्से पर जहां पर esophagus खत्म होता है, वहां पर एक sphincter होता है, जो तब ओपन होता है, जब किसी भी फूड को जो हम निगले हुए होते हैं, उसे पेट में जाना होता है।
तभी यह spinchter खुलता है और रेस्टिंग पोजीशन पर क्लोज रहता है। अब जब फूड हमारे स्टमक में आ जाता है, तो हमारे food के साथ होता क्या है, यह हमें इस वीडियो में जानना है। लेकिन यह बात हम तब तक नहीं जान पाएंगे, जब तक हम यह नहीं जानते कि हमारे स्टमक की संरचना आखिर होती कैसे हैं, तो चलिए पहले हम यह जान लेते हैं…
देखिए हम अपने stomach को अध्ययन करने के लिए, हम आसानी से अपने stomach को समझ सके, इसके लिए इस को दो भागों में बांट दिए हैं। हमारे stomach का एक लेयर म्यूकोसा का होता है, जो हमारे स्टमक के अंदरूनी लाइनिंग होती है। जिसमें बहुत सारे फोल्ड बने होते हैं, एक मोड़दार संरचना जिसे rugae कहते हैं। rugae ही हमारे स्टमक में भोजन के पाचन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण रोल play करता है। जिसके बारे में हम आगे जानेंगे।
यह जो आप rugae देख रहे हैं हमारे स्टमक के अंदरूनी लाइनिंग पर और इसके जब हम अंदर जाएंगे यानी इस म्यूकोसा के layer के अंदर स्टमक के बाहरी वाले परत पर, तो यह बाहरी वाली परत मसल की बनी हुई होती है। जिसमें मसल के 3 लेयर होती है, सबसे अंदरूनी लेयर इसकी मसल वाली ऑब्लिक मसल की लेयर होती है। उसके अंदर सर्कुलर muscle की layer होती है। फिर सबसे बाहरी वाली लोंगिट्यूडनल मसल की layer होती है।
और हमारे पेट के इस मस्कुलर लेयर और rugae यानी mucosa के बीच में बहुत सारी ब्लड वेसल्स, nerves और लिंफेटिक वेसल्स बिछे हुए होते हैं। हमारे स्टमक को फ्रिक्शन से बचाने के लिए एक बाहर की ओर मेंब्रेन की लेयर होती है, जिसे serosa कहते हैं। बाहर जो पेरीटोनियम की लेयर होती है, जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को कवर की रहती है। उससे friction को बचाने के लिए यह लेयर हमारे स्टमक में होती है, यह serosa की लेयर…
यह जो हमारे स्टमक के अंदरूनी lining है, जिसमें बहुत सारे फोल्ड है, जिससे rugae कहते हैं, यह बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट है, हमारे स्टमक की संरचना में यही सब काम करता है. इसी fold में से कई सारी केमिकल्स रिलीज होती हैं, जो हमारे फूड को केमिकल ही ब्रेकडाउन कर देता है, असल में इन फोल्ड्स के अंदर भी बहुत ही छोटे छोटे फोल्ड्स होते हैं.
देखिए कि जो rugae फोल्ड्स के अंदर जो folds होते हैं, इन्हें गैस्ट्रिक pit कहते हैं. और इन्हीं गैस्ट्रिक पिट के अंदर ही इन्ही folds पर ही कई प्रकार के सेल्स होते हैं, जो अलग-अलग केमिकल्स को रिलीज करते हैं, जो भोजन के पाचन में मदद करता है।
देखिए यह है हमारे इस rugae के gastric पिट के folds पर मौजूद सेल, यह cell क्या करता है, यह हमारे स्टमक के अंदर एचसीएल यानी हाइड्रोक्लोरिक एसिड का निर्माण करता है। जो हमारे पेट में आने वाले viruses बैक्टीरिया को मारता है और फूड को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है। यह है cheif cell, ये चीफ सेल क्या करते हैं, यह हमारे स्टमक में पेप्सिनोजेन को बनाते है,
जो कि प्रोटीन को पेप्टाइड्स में तोड़ता है, यह है हमारे स्टमक जी सेल जिसे gastrin cell के नाम से भी जानते हैं। ये हमारे स्टमक में gastrin हार्मोन को बनाते हैं, जो हमारे इसी गैस्ट्रिक पिट में मौजूद पैराइटल सेल और चीफ़ सेल को स्टिम्युलेट करता है, एचसीएल और pepsinogen बनाने के लिए…
यह है हमारे इसी rugAe पर मौजूद ईसीएल सेल ये हमारे पेट में हिस्टामाइन को रिलीज करता है ,जोकि हमारे पेट में gastric acid के निर्माण के लिए बहुत ही आवश्यक है।
और लास्ट में यह d सेल जो कि सोमेटोस्टेटिन नाम के हॉर्मोन को रिलीज करता है, हमारे पेट में…
जो क्या करता है, अंत में इन सभी हार्मोन और एंजाइम को inhibit कर देता है, जब इनकी जरूरत पूरी हो जाती है, यह सारे hcl pepsinogen गैस्ट्रिक एसिड जैसी चीजों को….
ठीक इसी तरह हमारे स्टमक के इनरलाइनिंग को एसिड के बचाने के लिए, हमारे इन्हीं rugae पर कुछ म्यूकस सेल होते हैं, जो म्यूकस बनाते हैं। जिससे पेट के अंदरूनी दीवार पर लुब्रिकेशन और यह hcl से पेट की लाइनिंग को बचाते है।
यह तो कुछ हल्का सा मैंने आपको overview दे दिया है, पेट के इन म्यूकोसा लेयर के बारे में… अब जान लेते हैं हमारे स्टमक के मस्कुलर लेयर का काम, हमारे स्टमक में क्या होता है ???
देखिए हमारे स्टमक में जैसे कि मैंने बताया आपको… सबसे अंदरूनी मसल की लेयर oblique muscle की layer होती है, यह क्या करता है। यह हमारे स्टमक में जो juices निकले हैं, फूड के आने के बाद, इन सब को mix करता है, सभी को ग्राइंड करता है।
ठीक इसी ऑब्लिक मसल के नीचे हमारे पेट की सर्कुलर मसल होती है, जो क्या करता है,
यह हमारे पेट में जो फूड आया है, उसके मूवमेंट में मदद करता है, ताकि भोजन आसानी से छोटी आंखें पहुंच सके।
और आखरी मस्कुलर लेयर लोंगिट्यूडनल मसल, यह भी हमारे स्टमक में हमारे भोजन के मूवमेंट यानी पेरीस्टाल्सिस में मदद करता है। और जब भोजन पेट से छोटी आत में प्रवेश करता है, तो ठीक यहीं पर यहां पर एक sphincter होता है, जो तब खुलता है, जब भोजन को stomach से छोटी आत में भेजना होता है। इसे pyloric sphincter के नाम से जाना जाता है।