hair growth in hindi – बाल हमारे पूरे शरीर में पाए जाते हैं. हमारे सिर से लेकर हमारे पूरे शरीर के ऊपर और बाल का हमारे शरीर में बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट रोल भी है.
जैसे सिर पर बाल हमारे सिर को गर्म रखता है और हमारे सिर पर एक कुशन की तरह काम करता है.
ठीक उसी तरह हमारी भौहें हमारे आंखों में पसीने जाने से रोकते हैं.
और हमारे आंखों के पलकों के ऊपर के बाल आंखों के अंदर धूल कण जैसे चीजों को अंदर जाने से रोकते हैं.
तो आपको तो यह पता ही चल गया है कि बाल हमारे शरीर के लिए इंपॉर्टेंट है.
क्योंकि नैचुरली चीज जो भी हमारे शरीर में है उसका कुछ ना कुछ हमारे शरीर के लिए काम है.
जो कि प्राकृतिक रूप से हमारे अंदर evolve हुआ है, हमारे शरीर में.
लेकिन क्या आपको यह बता कि हमारे बाल बढ़ते कैसे हैं ? आखिर हमारे बाल अपने आप उगते कैसे चले जाता हैं…
बाल कैसे उगते हैं hair growth in hindi –
आपने देखा है जब एक पेड़ या कोई घास होती है तो सबसे पहले नीचे उसका जड़ होता है जो कि मिट्टी के अंदर धंसा रहता है.
वह जड़ ही उस पौधे और घास का मूल होता है.
जिसको पोषण मिलने पर वह पौधा अपने आप को ऊपर की ओर बढ़ता जाता है.
हरे पत्ते, तने सब उसी मूल से ही उगते हैं.
उसको पोषण मिलता है तो वह अपने आप ही बढ़ता ही जाता है.
हमारा बाल भी ऐसा ही होता है, हमारे बाल के नीचे एक बल्ब नुमा आकृति होती है जो कि स्किन के अंदर फिट रहती है.
इस बल के अंदर एक प्रोटीन रहता है जिसको हमारे खून के द्वारा पोषण मिलता है.
जब इस बल्ब को पोषण मिलता है तो बाल ऊपर की ओर बढ़ता ही जाता है.
और जब वह प्रोटीन, वह बल्ब जब किसी तरह नष्ट हो जाता है तो व्यक्ति गंजा हो जाता है.
व्यक्ति को बाल कभी नहीं होते हैं. बाल उगने के लिए जरूरी है कि वह प्रोटीन वहां पर जरूर रूप से बना रहे.
चली एक बार डिटेल में जानते हैं उस प्रोटीन के बारे में….
बाल का स्ट्रक्चर –
जब आप हेयर यानी बाल के स्ट्रक्चर को देखोगे तो आप देखोगे कि बाल नीचे से स्किन के एक खांचे में फिट है जिसे फॉलिकल कहते हैं.

उस फॉलिकल के अंदर बाल फिट रहता है. जो कि नीचे से मोटा होता है.
उसे बाल का रूट कहते हैं. hair growth in hindi
बाल के रूट के अंदर बाल का हेयर पैपीला होता है. जिसके अंदर एक प्रोटीन होता है.
उस प्रोटीन के अंदर जब पोषण मिलता है,
तो वह प्रोटीन आसपास के सेल को प्रेरित करता है सेल डिवीजन के लिए
और जैसे-जैसे सेल डिविजन होता है ज्यादा से ज्यादा सेल बनते जाते हैं उतना ही ज्यादा बाल की लंबाई ऊपर की ओर बढ़ती जाती है.
बाल के फॉलिकल में ही एक ग्लैंड होता है जिसे सेबेशस ग्लैंड कहते हैं.
जो कि बाल के फॉलिकल के अंदर आयल रिलीज करता है जो बाल को चिकनाहट देता है.
जो बाल को फॉलिकल से बाहर निकलने में मदद करता है.
उसी तरह इसी फॉलिकल के साथ जुड़ा हुआ होता है एक मसल जो कि एक स्मूथ मसल होता है.
इसे अरेक्टर पीली कहते हैं इस मसल की मदद से ही हमारे रोंगटे खड़े होते हैं.
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