आपको हिंदी फिल्म ने यह सिखा दिया है कि हमारे heart से जो आवाज निकलती है, वह धक-धक की आवाज निकलती है। लेकिन वेस्टर्न मेडिकल साइंस के अनुसार असल में हमारे हृदय से निकलने वाली आवाज लब डब होती है, ना कि धक धक की। देखिए हमारे हृदय में 4 चेंबर होते हैं यह होता है atrium और यह होता है ventricles. इन दो ब्लड वेसल्स से खून हमारे ह्रदय में शरीर के बाकी हिस्सों से आता है, जो कि डीऑक्सीजनेटेड होता है. यहां से ब्लड जाता है, फेफड़ों की तरफ ताजी ऑक्सीजन लेने के लिए और यहां से ब्लड जो कि ऑक्सीजन से भरा रहता है वह पूरे शरीर में फैल जाता है.
देखिये सबसे पहले क्या होता है, यहां से ब्लड आता है और हमारे right atrium में भरता है. हमारा atrium सिकुड़ता है और atrium के सिकुड़ते ही यह volve खुल जाता है, जिसे tricuspid volve कहते है और यही ब्लड अब हमारे राइट वेंट्रीकल में जाकर भर जाता है। फिर नीचे के ventricle के सिकुड़ते हैं। जिससे ब्लड पलमोनरी आर्टरी के थ्रू फेफड़े में जाकर ऑक्सीजन लेता है।
इन ब्लड वेसल्स से फेफड़ों से ऑक्सीजन वाला ब्लड अब ऊपर के लेफ्ट atrium में आकर भरता है। फिर जब हमारे atrium सिकुड़ते हैं तो यह volve खुल जाता है। जिसे bicuspid या mitral volve कहते हैं। और यही ब्लड अब लेफ्ट ventricle में भर जाता है, जब नीचे के ventricle सिकुड़ते हैं तब यह aortic vlove खुल जाता है। और ब्लड aorta के थ्रू पूरे शरीर भर में फैल जाता है।
क्योंकि यह दोनों volve atrium और ventricle के बीच में है। इसीलिए इन्हें jointly atrioventricular volve कहते हैं। और इन दोनों volve को सेमिलूनर volve कहते हैं।
देखीये जब ब्लड atrium से इस वेंट्रिकुलर चेंबर में आकर भर जाता है। तब जब यह volve क्लोज होते हैं, तो इन volve के क्लोज होने से यानी इन एट्रियोवेंट्रिकुलर वालों के क्लोज होने से lubb साउंड हमें सुनाई देता है। फिर उसके बाद जब ventricles से यही ब्लड एक तरफ से पलमोनरी आर्टरी हेतु फेफड़े में आता है और ठीक उसी समय जब ब्लड पंप होकर aorta से पूरे शरीर भर में फैलता है, तो जब यह volve close होते हैं, यह सेमिलूनर volve तो इनके क्लोज होने से dubb साउंड हमें सुनाई देता है।
Lubb साउंड को हमारे हृदय का S1 साउंड कहते हैं और dubb साउंड को हमारे हृदय का S2 sound कहते हैं। और S1 और S2 साउंड के बीच के गैप को सिस्टोल कहते हैं। जब ventricles contract होते हैं। और S2 और S1 साउंड के बीच के interval को diastole कहते हैं। जब ventricles रिलैक्स होते हैं।
देखिए हमारे ह्रदय में यह जो S1 और S2 साउंड है लब डब के, इनको सुनने के लिए हमारे सीने में चार auscultation पॉइंट होते हैं, जहां पर अगर हम स्टैथोस्कोप रखेंगे तो हमें हमारे हृदय की आवाज सुनाई देगी. 4 पॉइंट इसलिए की यह जो हमारे हृदय में चारों volve होते हैं. उनकी आवाज अलग-अलग डिटेक्ट की जा सके.
इस पॉइंट पर स्टैथोस्कोप रखने पर aortic एरिया की आवाज को सुना जा सकता है। यहां से पलमोनरी एरिया का, यहां से mitral यानी bicuspid volve का और यहां से tricuspid volve की आवाज सुनी जा सकती है।
पर आपको जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे हृदय से जो आवाज निकलती है, वह केवल दो ही नहीं होती है. दरअसल दो और आवाज हमारे हृदय से निकलती है। पर वह हमें सुनाई नहीं देती हैं, इन्हें स्पेशल phonocardiography कंडीशन में ही सुना जा सकता है.
देखिये जब हमारे हृदय में वेंट्रिकल्स में बहुत ही तेजी से ब्लड भरता है, तब भी हमारे हृदय से एक आवाज निकलती है, जिसे हमारे हृदय का S3 साउंड कहते हैं। ठीक उसी तरह जब हमारा atrium सिकुड़ता है, तब भी हमारे हृदय से एक आवाज निकलती है, जोकि इनऑडिबल होती है, इसे केवल और केवल फोनोकार्डियोग्राफी से ही सुना जा सकता है। इसे heart का s4 साउंड कहते हैं।
देखिए जब कुछ ऐसे पैथोलॉजिकल कंडीशन आते हैं, हमारे heart में, जो हमारे हार्ट से के इन volves में गड़बड़ी ले आये, तो हमारे heart के आवाज़ में मर्मर्स आ जाते हैं, जिसे heart murmurs कहते हैं। जब किसी व्यक्ति को कोई बीमारी हो जाती है, हार्ट की… तब यह आवाज निकलते हैं। जब हमारे ये heart के volves ढंग से क्लोज नहीं हो पाते हैं, तो इसे हमारे हार्ट के volve का regurgitation कहते हैं। इसके वजह से हमारे heart के lubb dubb में कुछ wooshing साउंड आने लगता है। इस तरह… ठीक उसी तरह जब volve ढंग से ओपन नहीं हो पाता है। तो भी हमारे heart से murmur sound निकलती है। heart के volve का ढंग से ओपन नहीं हो पाने को स्टेनोसिस कहते हैं।