देखिए जब ब्लड हमारे शरीर में सर्कुलेट करता है, तो इसका मूल उद्देश्य ही होता है कि हर एक टिशू पर जाकर ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन प्रोवाइड कराए और ऐसा यह ब्लड करता भी है. कैपिलरी इसके जरिए जब यह टिशु पर पहुंचता है, तो ऑक्सीजन और nutrition प्रोवाइड कराने के लिए, तब इसमें से कुछ fluid लीक होकर टिशु में इकट्ठा हो जाता है। टिशू में इकट्ठे हुए इस fluid में रेड ब्लड सेल्स नहीं होता है, इसमें वाइट ब्लड सेल्स और प्रोटीन होता है, और अब इस इकट्ठे हुए fluid को lymph के नाम से जाना जाता है।
और यह विंस के थ्रू भी ब्लड सरकुलेशन में दोबारा से recirculate नहीं हो पाता है। यह fluid जो tissue में इकट्ठा हो चुका है। इसको ब्लड सरकुलेशन में दोबारा से recirculate करने के लिए एक नए सिस्टम को ही डेवलप कर दिया है प्रकृति ने हमारे शरीर में जिसे कहते हैं lymphatic syatem. इसमें कुछ लिंफेटिक कैपिलरी इस lymph को इकट्ठा करके लिंफेटिक वेसल्स के थ्रू इस lymph को दोबारा से ब्लड सरकुलेशन में reabsorb करवा देता है।
देखिए यह जो lymph vessels होते हैं, यह हमारे पूरे शरीर में जाल की तरह बिछे रहते हैं। पर इनमें सबसे खास बातें होती है कि इन lymph vessels में कहीं-कहीं बीच-बीच में एक गांठ जैसी संरचना होती है। जिसे लिंफ नोड कहते हैं। आज इस वीडियो में हम इस lymph node के बारे में ही जानेंगे….
देखिए जब हम lymph node के अंदर जाएंगे तो, हम पाएंगे कि सबसे पहले यह एक कनेक्टिव टिशु की layer से मिलकर बना हुआ होता है, इसका बाहरी लेयर जिसे कैप्सूल कहते हैं। यह जो कैप्सूल है, यह इस lymph node को कई सारे कंपार्टमेंट में बांट देता है। जिसे trabculae कहते हैं। अभी जो आप अपनी स्क्रीन पर यह जो लाइंस देख रहे है, जिसमें बिल्कुल पंखुड़ियों की तरह कंपार्टमेंट बंटे हुए हैं, इसे ही trabaculae कहते हैं।
बाहर वाले हिस्से को cortex कहते हैं और इस बीच वाले हिस्से को medulla कहते हैं। और एक cortex दो भाग में बटा होता है। आउटर कॉर्टेक्स और deep cortex जिसे paracortex के नाम से भी जानते हैं। यह जो पंखुड़ियों जैसी संरचना है जिसे trabaculae कहते है। इसके बीच में एक लिंफेटिक नोड्यूल नाम की संरचना होती है, जिसमें बहुत सारे लिंफेटिक टिशु होते हैं, follicular b cell के फॉलिकल होते हैं। इनमें immature बी लिंफोसाइट जो कि हमारे इम्यूनिटी में बहुत बहुत बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट रोलप्ले करते हैं।
देखिए इस lymphatic nodule को germinal centre भी कहते हैं, होता यह है कि जो b लिंफोसाइट है, यह बोन मैरो से डिवेलप होकर एक naive state में, यानी immmature state में ही ब्लड के through ट्रैवल करते हुए, हमारे इस lymph node में आती है।
वहां पर यह हमारे शरीर में जो भी pathogens हो या बैक्टीरिया वगैरा आते हैं, जिनको नॉर्मल वाइट ब्लड सेल्स किल नहीं कर पाते हैं, उनके antigens को डिटेक्ट करके वाया डेंड्रिटिक सेल और मैक्रोफेजेस यह बी लिंफोसाइट्स हेल्पर t cell की मदद से एक्टिवेट होकर हमारे पूरे शरीर में एडाप्टिव इम्यूनिटी सिस्टम को डिवेलप करती है। और यह सब इसी lymph node में ही होता है।
और आपको बता दें कि यह lymph node रेटिकुलर फाइबर लिंफेटिक टिशु जिसमें डेंड्रिटिक सेल macrophages और प्लाजमा सेल्स भी होती हैं। इन सब से मिलकर बना हुआ होता है। यह इम्यूनिटी के लिए इतना इंपोर्टेंट है कि अगर यह ना रहे तो शरीर कभी भी किसी इंफेक्शन से फाइट ही नहीं कर सकेगा।
देखिये आगे जब हम इम्यूनिटी सिस्टम के बारे में पढ़ेंगे तो आपको यह बात बिल्कुल अच्छे तरीके से पता होना चाहिए कि यह लिंफेटिक सिस्टम काम कैसे करता है। नहीं तो आप कभी भी ढंग से इम्यूनिटी सिस्टम को समझ ही नहीं पाओगे।
अब देखिये लिंफ नोड bean shape में होता है। और इसके पीठ वाले हिस्से से lymph आता है, इस lymph node के अंदर और इस वाले हिस्से से lymph lymph node से निकलकर ब्लड सरकुलेशन में शामिल हो जाता है। अब lymph इस lymph node में आकर क्यों बहता है इसका काम क्या होता है।
दरअसल हमारे ब्लड सरकुलेशन में जो भी बैक्टीरिया वायरस cancer cell होते हैं, वह पहले तो इस lymph के थ्रू इस lymph node में आते हैं। जहां पर एक lymph node इन कैंसर सेल और बैक्टीरिया को फिल्टर कर देता है। क्योंकि इसमें बहुत सारे इम्यून सेल्स होते हैं।ये cells इन pathogens पर क्रिया करके lymph को फिल्टर करके दोबारा से इस lymph को ब्लड सरकुलेशन में recirculate करवा देते हैं। जिससे हमें कोई इंफेक्शन नहीं होता है।
देखिए lymph node हमारे लिए बहुत आवश्यक है। क्योंकि ये कैंसर से लड़ने में भी बहुत ही सहायक होते हैं। अगर यह बहुत ज्यादा सख्त यह टेंडर हो जाते हैं, inflammed होकर तो व्यक्तियों में कैंसर होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। फिलहाल आपको जाते जाते यह बताएं कि आप अपने शरीर में lymph node को अपनी उंगलियों से भी पहचान सकते हैं, अपने गर्दन अपने एक axilla और अपने thorax वाले रीजन पर।