देखिए हमारे बॉडी के पास एक ऐसा सिस्टम है, जो बाहर के वातावरण के अनुसार हमें कभी रिलैक्स कर देता है, तो कभी हमें डर का अनुभव होने लगता है, अपने शरीर को बचाने के लिए फ्लाइट और फाइट मोड पर आना पड़ता है. देखिए शरीर का यह सिस्टम होता है, हमारे ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम से, जो कि दो भाग में रहता है।
सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम हमें डेंजर की सिचुएशन से भगाने के लिए एक्टिवेट होता है, और पैरा सिंपैथेटिक तब जब हम पूरी तरीके से रिलैक्स रहते हैं। उस समय यह नर्वस सिस्टम हमेशा ऑन रहता है, आज इस वीडियो में हम बात करेंगे पैरासिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम की।
देखिए यह है हमारा ब्रेन और spinal cord यह क्या करते हैं, यह हमारे सराउंडिंग से आने वाले इंपल्सेस को यानि सेंसर इंपल्सेस को प्रोसेस करके मोटर इंपल्स भेजते हैं, अपने सराउंडिंग पेरीफेरल नर्वस सिस्टम के जरिए. पिछली वीडियो में मैंने आपको यह बात बता रखा है कि जो सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम है, उसमें जो नर्व्स involve हैं वह है हमारे थोरेसिक और लंबर रीजन से निकलने वाले nerves. वही पैरासिंपैथेटिक में हमारे खोपड़ी से मतलब हमारे क्रेनियल नर्व और सैक्रम nerves इंवॉल्व मतलब पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम को एक्टिवेट होने के लिए यही nerves जिम्मेदार होंगे।
देखिये ये काम कैसे करते हैं, जैसा कि आपको पता हैं कि parasympthetic nervous system हमारे autonomic nervous system का हिस्सा है। मतलब इसमे सब कुछ ऑटोमेटिकली ही होता है। अपने surrounding के सिचुएशन के अकॉर्डिंग। देखिये जब हमारे ब्रेन को ये महसूस हो जाये कि हमारे शरीर को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नही हैं। तो हमारा ब्रेन सेफ्टी देखकर अब रिलैक्स हो जाता हैं।
देखिए यह परसिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम काम कैसे करता है. दरअसल जैसे ही हमारे ब्रेन को यह बात पता चलता है कि हमारी surrounding में कोई भी खतरा नहीं है. वैसे ही हमारा ब्रेन हमारे cranial nerves और sacrum nerves जो की इस में इंवॉल्व होते हैं, उनके तरफ से acetylcholine नाम के न्यूरोट्रांसमीटर को भेजता है। देखिए जो nerves जाते हैं वह effector organ सीधा ही नहीं जुड़े रहते हैं। बल्कि वो वहां पर एक गैंगलियोन का निर्माण करते हैं। जोकि एक दूसरे nerves से आकर जुड़ा रहता है। देखिए ganglion एक प्रकार का nerve का जंक्शन होता है। जहां पर दो nerves आपस में आकर जुड़े रहते हैं।
यह वाला है preganglionic neuron और यह वाला है postganglionic neuron. देखिये acetylcholine जब preganglionic nerve पर आता है। फिर वहां से यही acetylcholine postganglionic nerve के thru इफेक्ट आर्गन पर आकर अपना काम करते हैं,अपने सराउंडिंग के अनुसार। बॉडी को रिलैक्स mode में ले आते हैं।
और एक बार बॉडी में पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम ऑन हुआ हमारे बॉडी में दिल की धड़कन कम हो जाती है। डाइजेशन का प्रोसेस तेज हो जाता है। क्योंकि इन सब क्षेत्रों में relax mode के कारण अब ब्लड का फ्लो तेज हो जाता है, जहां सिम्प्थेटिक नर्वस सिस्टम में यह सब तेज हो जाता था। यूरिनेशन और fecal मटेरियल के excretion का प्रोसेस भी अब तेज हो जाता है। मुंह में सलाइवा बनने लगता है, रीप्रोडक्टिव सिस्टम अब बेहतर तरीके से काम करने लगता हैं। अपने germ सेल्स के उत्पादन में तेजी लाकर।
