हमारे स्मॉल इंटेस्टाइन की लंबाई लगभग 22 से 24 फुट तक होती है। सेंटीमीटर में बात करें तो लगभग 670 सेंटीमीटर से लेकर 760 सेंटीमीटर तक, अलग-अलग बॉडी शेप और जेंडर के अनुसार और इतना लंबा यह हमारा छोटी आंत हमारे फूड के अब्जॉर्प्शन में, जितना भी फूड हम खाते हैं, उसमें से अधिकतम भोजन का पाचन, हमारे ब्लड में पोषक तत्वों का अवशोषण, इसी छोटी आत में ही होता है। ये छोटी आंत हमारे स्टमक के end पर मौजूद pyloric sphinchter से शुरू होकर हमारे छोटी आंत और बड़ी आंत के बीच में मौजूद ileocecal valve पर जाकर खत्म होता है। हमारा यह स्मॉल इंटेस्टाइन और इसके इनर लाइनिंग पर ऐसे ऐसे सेल्स है, जो भोजन के पाचन में तो मदद करते ही हैं, साथ ही साथ इसके इनर लाइनिंग को बचाने के लिए और भी कई juices को रिलीज करते हैं, चलिए जानते हैं उसके बारे में डिटेल में….
देखिये ये छोटी आत है, इसे अध्ययन करने के लिए तीन भागों में बांट दिया गया है, इसका पहला part होता है, duodenum दूसरा पार्ट होता है जेजूनम और तीसरा पार्ट होता है इलियम।
छोटी आंत की संरचना
देखिये जहां हमारा स्टमक एंड होता है, इस pyloric sphinchter से ठीक इसी स्टमक का कंटिन्यूएशन आगे हमारी छोटी आत का duodenum कहलाता है। जो कि लगभग 25 से 30 सेंटीमीटर लंबा होता है, और इसी duodenum में ही आकर जुड़ जाता है, हमारे पैंक्रियास और लीवर से आने वाली डक्ट, जिसे है hepatopancreatic duct कहते हैं। जहां से बाइल जूस और पेनक्रिएटिक जूस हमारे इस duodenum में आकर हमारे भोजन से मिलता है। दरअसल हमारे लीवर और पैंक्रियास से आने वाला डक्ट दोनों ही कंबाइन होकर एक सिंगल डक्ट बना लेता है। जैसे अभी आप वीडियो में देख पा रहे हैं, यह bile juice क्या करता है, यह फैट को फैटी एसिड में तोड़ता है, और यह पेनक्रिएटिक जूस एक अल्कलाइन जूस होता है, जोकि fat शुगर और स्टार्स को ब्रेकडाउन करता है।
jejunum
उसके बाद हमारे छोटी आंत का दूसरा पार्ट शुरू होता है, जिसे जेजूनम कहते हैं। देखिये हमारे duodenum और जेजूनम के बीच में, यह लिगामेंट होता है। यह लिगामेंट ही जेजूनम और duodenum को seperate करता है, और इस जेजूनम शब्द का मतलब होता है, empty जोकि एक ग्रीक वर्ड है। दरअसल जब भी कोई व्यक्ति मृत होता है, तो मरने के बाद हर एक व्यक्ति का जेजूनम हमेशा खाली ही मिलता है, इसीलिए इसे empty यानी jejunum का नाम दिया गया है।
इस jejunum की लंबाई लगभग 250 सेंटीमीटर से 300 सेंटीमीटर तक हो सकती है.
ileum
देखिये इसके बाद आता हैं, छोटी आत का सबसे आखरी हिस्सा जिसे ileum कहते है। ये लगभग 350 से 400 सेंटीमीटर तक बड़ा होता है और यहां पर बड़ी आंत के जंक्शन पर जहां पर ileocecal volve होता है, वहां पर खत्म होता है। अब देखिए इलियम और जेजूनम के बीच में कोई demarcation तो होता नहीं है, बस ileum की शुरुआत वहां से होती है, जहां पर छोटी आत की दीवार थोड़ी मोटी होने लगती है, और डायमीटर कम होने लगता है। और इसका मेन फंक्शन विटामिन B12 और bile salt को absorb करना होता है।
छोटी आंत की layer
अब देखिए हम यह जानते हैं कि हमारे छोटी आत के कितने भाग होते हैं, एक बार यह जान लेते हैं कि हमारे छोटी आत किन किन लेयर से मिलकर बना हुआ है। यानी इसके टिशु लेयर के बारे में, हिस्टोलॉजी के बारे में…
देखिए सबसे बाहरी वाली लेयर हमारी छोटी आत की शिरोसा की होती है, जो कि हमारे छोटी आत को फ्रिक्शन से बचाती है। फिर जब हम इस layer के अंदर जाते हैं, तो हम अपने स्मॉल इंटेस्टाइन के मस्कुलर लेयर को पाते हैं, जो कि दो भागों में बटा रहता है।
nucleic acid का पाचन / nucleic acid digestion in hindi
सबसे अंदरूनी वाली muscle की लेयर सर्कुलर मसल की लेयर होती है, और इसके ऊपर लोंगिट्यूडनल मसल की layer होती है, यह दोनों क्या करते हैं, यह दोनों ही अलग-अलग तरिके से कॉन्ट्रैक्ट होकर, हमारे फूड को स्मॉल इंटेस्टाइन में इसके आगे की ओर पुश करते रहते हैं, जिससे आसानी से food push होते-होते, बड़ी आंत में पास हो जाए, और इसके ऊपर इन मसल के लेयर के अंदर हमारे स्मॉल इंटेस्टाइन की अंदरूनी लाइनिंग होती है, जोकि म्यूकोसा की होती है,
अंदर होती हैं villi
इन्हीं म्यूकोसा के लाइन के ऊपर कुछ फिंगर लाइक उंगलियों जैसी संरचना होती है, जिसे विली कहते हैं। जैसा भी आप अपनी स्क्रीन पर देख रहे हैं, ठीक वैसे ही यह villies होती हैं।
यह जो villies होती है, हमारे स्माल intestine के इनर लाइनिंग पर, इनके ऊपर भी कुछ छोटी-छोटी माइक्रो villies होती हैं।
जब हम इन villies को जूम करके देखेंगे तो हम अपने इन्हीं villies के ऊपर इन माइक्रो villies को देखेंगे, यह है यह वह micro villies और इन्हीं villies के बीच में यह गड्ढा सा आप जो देख रहे हैं, इन्हें कहते हैं crypts.
देखिए यह जो crypts है, इसके अंदर हमारे पाचन के लिए महत्वपूर्ण एंजाइम को रिलीज करने वाले इंटेस्टाइनल ग्लैंड पाए जाते हैं. ये cells ही काम के fluid release करते है। इस crypts में पाया जाता है हमारा paneth cell, ये क्या करता है, हमारे पेट में आने वाले किसी भी bacteria और वायरस को मारने के लिए एंटीमाइक्रोबॉयल फ्लुएड रिलीज करता है और small intestine के stem cell को protect भी करता है, जो कि हमारे स्मॉल इंटेस्टाइन में सेल्स को बढ़ाते रहते हैं।
छोटी आंत की क्रियाएं
हमारे स्मॉल इंटेस्टाइन का एक और cell enteroendocrine cell भी पाया जाता हैं, जिसमें कई प्रकार के cell होते हैं, जिससे कई प्रकार के हार्मोन और एंजाइम release होते हैं। जैसे इस एंडोक्राइन सेल में एक सेल है, आई सेल जो cholecyctokinin नाम के हार्मोन को रिलीज करता है, जो गॉलब्लैडर और पैंक्रियास को stimulate करता है, pancreatic juice और bile juice रिलीज करने के लिए…. ठीक इसी तरह इसमें पाए जाने वाले s cell से secretin रिलीज होता है, जो कि duodenum में वोटर और ions को बैलेंस करता है।
अब देखिए इन villies के ऊपर भी दो सेल पाई जाती है, जो कि हमारे food के डाइजेशन में बहुत इंपॉर्टेंट है। जैसे इस में पाई जाती है एक अब्जॉर्प्टिव सेल जो कि भोजन को शरीर में अवशोषित करता है। और दूसरा है यह goblet cell, म्यूकस रिलीज करती है, हमारे स्मॉल इंटेस्टाइन की इनर लाइनिंग को बचाने के लिए…
और ठीक यहां पर जहां पर छोटी आंत बड़ी आंत से मिलती है यहां पर एक उबाल होता है एलओसी कंबॉल वहां पर यह छोटी आत खत्म हो जाती है