black in hindi – आज से 100 साल पहले जब हम आज के लोग पैदा भी नहीं हुए थे.
उस समय कोई स्ट्रीट लाइट और कार की हेडलाइट नहीं थी जो रात के अंधकार को मिटा सकती थी.
इसलिए उस समय राते इतनी अंधकार में थी कि लोग अपने बुरे वक्त को रात के काले अंधकार से तुलना करते थे
और आज भी करते हैं लेकिन आज के समय मॉडर्न टेक्नोलॉजी के डेवलप्ड हो जाने के कारण
रातें अब उतनी अंधकार में नहीं रहीं तो आज के समय में सबसे काली चीज आखिर है ?
क्या पृथ्वी के वायुमंडल के बाहर अंतरिक्ष, कोयला, क्या आंखों में लगाने वाला काजल
और सबसे इंपोर्टेंट बात आखिरी ये काला रंग काला क्यों है.
क्यों हैं काला रंग काला (black in hindi)
काला रंग बेसिकली एक ऐसा रंग है जो कि किसी भी रंग के प्रकाश के किरणों को अपने अंदर सोख लेता है
और किसी भी रंग के प्रकाश की किरण को अपने से उत्सर्जित नहीं करता है.
मतलब काले रंग का तात्पर्य जिसमें कोई भी रंग ना हो.
लेकिन जिस काले रंग को आप साधारणतया देखते हो वह उतना काला नहीं
जितना आप सोचते हो. जिस काले रंग को आप जानते हो वह कुछ अमाउंट में लाइट रिफ्लेक्ट करता है.
इस दुनिया का सबसे काला वस्तु (black in hindi)
हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मैटेरियल विकसित किया है, जो काले रंग से ज्यादा काला है या कहिए
इस दुनिया में सबसे blackest black है. यह मटेरियल इतना ज्यादा काला है
कि ये 99.99% लाइट की किरणों को अपने अंदर सोख लेता है.
इस मटेरियल को वैज्ञानिकों ने नाम दिया है वैंटाब्लैक (vantablack in hindi).
नीचे इमेज में आप देख सकते हैं इस वैंटाब्लैक (vantablack) को.

किसी भी 3D वस्तु का साइज और शेप बिल्कुल भी detectable है ही नहीं इस वैंटाब्लैक (vantablack) में.
यूके के सरे ननोलैब (surrey nanolab) में बना ये darkest object
दरअसल मनुष्य के बाल से भी 3,500 गुने छोटे कार्बन के नैनो ट्यूब से बना है.
वैंटाब्लैक (vantablack) मैटेरियल में बने ट्यूब में जब लाइट की किरणें पड़ती हैं,
तो यह लाइट की किरणों को पूरी तरीके से अपने अंदर समा कर लेते हैं. लाइट की टकराती रहती हैं
और heat के रूप में कन्वर्ट होकर इस वैंटाब्लैक (vantablack) मैटेरियल से बाहर निकल जाती हैं. (black in hindi)
चुकी यह किसी पेंट या पिगमेंट के रूप में नहीं मिलता है, इसलिए ये मार्केट में अवेलेबल ही नहीं है.
अगर किसी भी मटेरियल के ऊपर इस वेंटाब्लैक मैटेरियल की कोटिंग करना है
तो वह केवल यूके के सरे नैनोलैब में ही हो सकता है या उसके आज्ञा पर ही.
जिसको बनाने में 2 दिन का समय लग जाता है.
ब्लैक होल के बाद सबसे काला
आपने ब्लैक होल के बारे में तो सुना ही होगा, ब्लैक होल इतना ज्यादा काला होता है
और उसकी ग्रेविटी इतनी ज्यादा होती है कि यह अपने से किसी भी लाइट की किरणों को बाहर निकलने नहीं देता है.
कोई भी चीज हो वह ब्लैक होल के अंदर समा ही जाता है, अगर वह ब्लैक होल की जद में आ जाए
तो और अपने से लाइट के किरणों को बाहर ना निकल देने के कारण ही ब्लैक होल के सिंगुलेरिटी इस ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा काली (black in hindi) है.
अगर इस दुनिया में ब्लैक होल के नजदीक कोई ऑब्जेक्ट है डार्कनेस के मामले में,
तो वह यह वैंटाब्लैक मैटेरियल ही है, जबरदस्त काला .
कहाँ कहाँ इस्तेमाल होता हैं इस मटेरियल का
वैंटाब्लैक मैटेरियल का इस्तेमाल स्पेस टेक्नोलॉजी में भी किया जाता है,
खासतौर पर दूर के तारों और पिंडो की तस्वीर लेने में, जहां पर इस वेंटाब्लैक मैटेरियल को टेलिस्कोप के अंदरूनी दीवार पर कोटिंग किया जाता है,
जोकि अंतरिक्ष से आने वाले स्ट्रेलाइट को मैनेज कर लेता है. (black in hindi)
जिससे दूर के तारों को बिल्कुल साफ तरीके से देखा जा सकता है. इसके अलावा यह मिलिट्री यूज में भी आता है.
जानकारी विडियो देखकर लीजिये –
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