dhruv tara – आपको बचपन में यह बताया गया होगा कि ध्रुव तारा उत्तर दिशा में सबसे चमकीला तारा है.
और हमें ध्रुव तारा वाली वह आध्यात्मिक कहानी भी बताई जाती थी।
ध्रुव तारे वाली वह कहानी हमारा ध्यान ध्रुव तारे की तरफ ले जाती है।
और हमें यह बताती है कि ध्रुव तारे जैसी कोई चीज है जो कि उत्तर में virtually fixed है।
लेकिन आज हम ध्रुव तारे को साइंस की दृष्टि से जानेंगे।
हम यह जानेंगे कि विज्ञान ध्रुव तारा के बारे में क्या कहता है ?
क्या ध्रुव तारा सच में अस्तित्व में है, चलिए जानते हैं…..
पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के उपर हैं ध्रुव तारा (dhruv tara):-
ध्रुव तारा (dhruv tara) के बारे में जानने से पहले हमें पृथ्वी के पोल के बारे में यानी पृथ्वी के ध्रुवों के बारे में जानना होगा।
हमारी पृथ्वी में जो सबसे ऊपर का हिस्सा होता है वह उत्तरी ध्रुव होता हैं,और सबसे नीचे वाला भाग, वह दक्षिणी ध्रुव होता हैं।
और इसी उत्तरी ध्रुव के ऊपर के अंतरिक्ष में ही स्थित है ध्रुव तारा। पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से 434 प्रकाश वर्ष दूर है Ursae Minoris तारामंडल या कहिये ध्रुवमत्स्य नक्षत्र।
और इसी तारामंडल में स्थित हैं α ursae minoris A तारा, जो कि इस तारामंडल का सबसे चमकदार तारा है।
इस पूरे चमकदार तारामंडल को ही generally हम ध्रुव तारा या pole star कहते हैं।

हर 26000 साल में अपनी स्थिति बदलता हैं पृथ्वी का rotation axis :-
इस तारामंडल का सबसे चमकदार तारा α ursae minoris A यानी हिंदी में ध्रुव A सूर्य से 2200 गुना ज्यादा चमकदार तारा है.
और एक Red Giant तारा है, यह सूर्य से 30 गुना ज्यादा बडा है।
और इसी तरह इस तरह मंडल में और भी कई सारे तारे हैं।
ध्रुव तारा (dhruv tara) हमारे पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से अभी लगभग लगभग सिधाई में है। सन 2105 में यह पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के बिल्कुल सीधाई में आ जाएगा।
लेकिन उसके बाद यह तारा फिर पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से हटने लगेगा और फिर पूरे 26000 साल बाद पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के सिधाई में आ जाएगा।
दरअसल पृथ्वी का rotation axis अपनी स्थिति या कहिये अपना orientation बदलता रहता है.
और rotation axis उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव के बीच की सीधी रेखा ही है.
इसीलिए समय के साथ उत्तरी ध्रुव की स्थिति भी अंतरिक्ष में बदल जाती है।
लेकिन यह हर 26000 साल में ध्रुव तारा बिल्कुल पृथ्वी के उत्तर में आ जाता है।
और अभी इस समय में ध्रुव तारा (dhruv tara) पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से लगभग लगभग सिधाई में है.
इसीलिए इसे उत्तर का तारा भी कहते हैं।
दिशा का पता लगाने में भी मदद करता हैं ध्रुव तारा (pole star in hindi) :-
लोग रात में दिशा का पता लगाने के लिए ध्रुव तारे को देखकर इसका पता लगाते हैं।
हालांकि इस को पहचानने का भी एक तरीका है लेकिन वह बाद में जानेंगे।
अभी आप को मैं एक रोचक बात बताता हूं अगर आप लंबे समय तक ध्रुव तारे की फोटो या वीडियो बनाओगे तो.
आप यह ध्यान दोगे कि ध्रुव तारा (dhruv tara) बिल्कुल एक जगह फिक्स है और बाकी के तारे उस का चक्कर काट रहे हैं.
बिल्कुल इस तरह जैसे आप अभी नीचे चित्रों में देख रहे हैं।
जिस तरह पृथ्वी के उत्तर में ध्रुव तारा है उस तरह पृथ्वी के दक्षिण में कोई विशेष तारा एक जगह से नहीं रहता है.
बल्कि हर समय यह बदलता रहता है. इस समय sigma octantis साउथ पोल स्टार (south pole star) है।यही जानकारी विडियो के रूप में लेने के लिए ये विडियो देखिये –