यह बात है, अमेरिका के रहने वाले एक व्यक्ति Henry Molaison की जिसे लोग एच एम भी बुलाते हैं, बचपन में ही उसका एक्सीडेंट हो गया था, जिसके वजह से उसके ब्रेन में गंभीर चोट लग गई, और उसे severe मिर्गी के दौरे आना शुरू हो गया। वयस्क होते होते henry की हालत बहुत ज्यादा खराब होने लगी, उसे बहुत ज्यादा दौरे आना शुरू हो गए, लगभग 20 साल की उम्र तक तो उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई, दवाइयों ने भी उसे असर करना बंद कर दिया।
यह देख कर एक फेमस न्यूरोलॉजिस्ट ने यह निर्णय लिया कि HM यानी हेनरी का सर्जरी होगा, उसके इस बीमारी को ठीक करने के लिए.. यह बात होगी लगभग 1940 से 1950 की। उस समय तक यूएस और वेस्ट वाले लोग यह बात जान गए थे कि ब्रेन के मीडियल टेंपोरल लोब में गड़बड़ी की वजह से ही अधिकतम मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। इसीलिए यह देखते हुए उस न्यूरो सर्जन ने हेनरी के दिमाग से hippocampus को रिमूव कर दिया, हिप्पोकेंपस ब्रेन के टेंपोरल लोब में ही पाया जाता है। जिससे हेनरी की हालत तो सही हो गई, लेकिन सर्जरी के कुछ दिन बाद henry के फैमिली मेंबर को यह पता चला कि अब हेनरी कोई भी 10 से 15 मिनट पुरानी बाद भी याद नहीं रख सकता है।
फिर क्या था वैज्ञानिकों ने अब अध्ययन करना शुरू किया और उन्होंने पाया कि हिप्पोकेंपस brain का वह पार्ट होता है, जो लोंग टर्म मेमोरी और शॉर्ट टर्म मेमोरी को एक साथ कंसोलिडेट करता है। यानी इसी की वजह से ही हम कोई पुरानी बात याद रख पाते हैं, लेकिन HM में यह brain पार्ट तो निकाल दिया गया था। जो भी हो इस बात से हमें यह पता चल गया है कि hippocampus हमारे लिए कितना ज्यादा इंपॉर्टेंट है।
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खैर HM के लाइफ से हमें बाहर निकलना है, और यह जानना है कि यह जो मेमोरी को स्टोर करता है, hippocampus वह काम कैसे करता है। आज हमें यही बात जानना है, तो चलिए बिना समय गवाएं यह बात हम जानना शुरू करते हैं, वीडियो अच्छा लगेगा तो आप लाइक जरूर करना।
देखिए हिप्पोकेंपस हमें नई नई चीजें सीखने और पुरानी बातों को याद रखने में बहुत ज्यादा मदद करता है। देखिए मेमोरी भी कई प्रकार की होती है, जिसमें से hippocampus हमें डिक्लेरटिव मेमोरी जिसे हम डिक्लेअर कर सकते हैं, जैसे facts, इवेंट्स जैसी चीजों को याद रखने में मदद करता है। और मनुष्य इन चीजों के बिना तो रहे ही नहीं सकता है, इसीलिए इसका बहुत ज्यादा महत्व है।
एक बार 3D में आप इसका लोकेशन देख लीजिए, यह ब्रेन में होता कहां पर है, अगर आप को 3डी में इस को समझने में दिक्कत हो रहा है, तो मैं आपको इसका लोकेशन दिखा देता हूं, ब्रेन के coronal क्रॉस सेक्शन में, यह रहा.. यह है hippocampus का लोकेशन।
देखें हिप्पोकेंपस का अध्ययन करने के लिए इन्हें कुछ पार्ट्स में बांटा गया है, जिससे आप आसानी से इसको समझ सके. देखिए यह वाला part है hippocampus का parahippocampal gyrus, यह वाला है entohrinal cortex, ये subiculum और ये होता हैं hippocampus का dentate gyrus. और यह जो आप ca1, ca2 देख रहे हैं ये hippocampus के सर्किट के पार्ट होते हैं, जहां पर सी ए का मतलब होता है cornu ammonis जोकि इजिप्ट के एक मेथेलॉजिकल कैरक्टर के नाम पर रखा गया है।
देखिए जब भी हिप्पोकेंपस को कोई भी नई memory स्टोर करना होता है, तो होता यह है कि हिप्पोकेंपस में कोई भी sensory इनपुट आता है यहां से एंटोराइनल कॉर्टेक्स की तरफ से, perforant pathway के through ब्रेन के बाकी पार्ट्स से और यहां से यह सिग्नल जाता है, न्यूरॉन के बंडल के थ्रू होते हुए यहां पर dentate gyrus की तरफ और यही dantate gyrus सिग्नल को भेज देता है, इस CA3 के तरफ और ca3 इस सिग्नल को न्यूरॉन बंडल के थ्रू ca1 के तरफ भेज देता है, यह तीसरा PATH होता है, हिप्पोकैम्पस में, अंत में यह ca1 सिग्नल को भेज देता है, subiculum की तरफ जो कि हमारे हिप्पोकेंपस का एक आउटपुट यूनिट की तरह काम करता है।
यहीं से सिग्नल जाते हैं ब्रेन के कॉर्टिकल और सबकॉर्टिकल रीजन की तरफ जाते हैं, subiculum यह सिग्नल भेज देता है, fornix के तरफ जोकि कनेक्ट होता है, ब्रेन के कई सारे limbic circuit से, जो कि हमें किसी भी एपिसोड मेमोरी को रीकॉल कराने और किसी भी नई चीज को सीखने के लिए सेंसरी इनपुट और आउटपुट को प्रोसेस करता है। limbic circuit वो जो हमारे इमोशनल और बिहेवियर रिस्पांस को कंट्रोल करता है।
सिग्नल का यह जो पूरा सर्किट बना है इसे trisynptic cicuit कहा जाता है।
इसी तरह जब भी हम कोई नई चीज सकते हैं, या कोई चीज जो हमें याद करनी होती है, तो ये सर्किट बिल्कुल एक्टिव हो जाता है। तभी हमें कोई चीज याद आता है या कोई नहीं चीज हम स्टोर कर पाते हैं।