methuselah star in hindi – हमारा ब्रह्मांड 13.8 साल पुराना है, इस बात को वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड के expansion rate और
कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (cosmic microwave background) का अध्ययन कर बताया है.
बिग बैंग (big bang in hindi) विस्फोट से हमारे ब्रह्मांड का जन्म हुआ और यह planet, star ये सब बने.
और इसी ब्रह्मांड में स्थित है हमारी मिल्की वे गैलेक्सी।
जोकि 13.51 साल पुराना है. फिर बारी आता है हमारे solar system और उसमें छोटी सी हमारी इस पृथ्वी का.
जो कि 4.5 अरब साल से भी ज्यादा पुरानी है.
वैज्ञानिक निरंतर ब्रह्मांड के रहस्य को सुलझाने के लिए ब्रह्मांड के सभी एलिमेंट्स का अध्ययन करते रहते हैं.
कुछ सबसे पुराने तारे –
वैज्ञानिकों ने हम मनुष्य को इस ब्रह्मांड के कुछ सबसे पुराने तारे (oldest star in hindi) के बारे में बताया
जैसे BD +17°3248 यह तारा उतना ही पुराना है.
जितना पुराना यह ब्रह्मांड बताया जाता है बताया जाता है कि 13.8 अरब साल पुराना है यह तारा।
लेकिन वैज्ञानिकों ने इस तारे की उम्र बताते वक्त इसमें कुछ uncertainity भी बताया.
वैज्ञानिकों ने बताया कि यह तारा उसके बताए गए उम्र से 4 अरब साल तक छोटा या 4 अरब साल तक बड़ा भी हो सकता है.
अगर इतना अपने उम्र से 4 साल तक बड़ा हुआ तो यह हो जाएगा एक paradox यानी एक विरोधाभास।
क्योंकि हमारे ब्रह्मांड का उम्र तो मात्र 13.8 अरब साल पुराना ही है.
और ब्रह्मांड से ज्यादा उम्र के किसी भी तारे का होना यह एक दुविधा है.
सबसे पुराना होने का दावा (methuselah star in hindi) –
लेकिन यह तारा वैज्ञानिकों को इतना परेशान नहीं कर रहा है
जितना galactic bulge पर स्थित एक metal poor star HD 14028
जिसे मेथुसेलाह तारा (methuselah star in hindi) भी कहते हैं. वह करता है.

अध्ययन से यह पता चलता है कि इस तरह ब्रह्मांड से भी पुराना है. इस तारे को वैज्ञानिक पिछले 100 सालों से जानते हैं.
लेकिन इस तारे की उम्र को लेकर वैज्ञानिकों में अलग ही दुविधा है. सन 2000 से पहले इस तारे की उम्र वैज्ञानिकों ने 16 अरब साल पुराना बताया।
जो कि उस समय वैज्ञानिकों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती थी.
क्या कॉस्मोलॉजी गलत है या इन तारों के जीवन चक्र के बारे में वैज्ञानिकों ने जो बताया वह गलत है.
वैज्ञानिक उस समय फिजिक्स के बनाए हुए नियम में फंसे हुए थे. लेकिन उस समय नासा जैसे स्पेस एजेंसीज के पास इतनी उन्नत टेक्नोलॉजी नहीं थी.
जो तारों और पृथ्वी की दूरी और उस तारे की असल intrinsic brightness को सही सही नाप सके.
क्योंकि किसी तारे की उम्र जानने के लिए उस तारे की दूरी और टोटल अमाउंट ऑफ लाइट जो तारा emit कर रहा है, जरूरी होता है.
इसलिए संभव हो सकता है कि उस समय के हिसाब के कारण इसकी उम्र को वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया हो.
नए अधययन से मिला data
लेकिन वैज्ञानिकों ने पर एक नया अध्ययन किया और इस बार हबल टेलीस्कोप की मदद से तारे की दूरी निकाली।
जो कि 190 प्रकाश वर्ष पाया गया और इसकी सही intrinsic brightness का पता चल जाने की वजह से
इस तरह की नई उम्र अब बताई गई 14.46 अरब साल.
जो कि अभी भी ब्रह्मांड की उम्र से ज्यादा था. लेकिन वैज्ञानिकों ने इसकी उम्र में
एक uncertainity यानि calculation में अनिश्चितता भी बताया।
जो 80 करोड़ साल तक हो सकती है यानी यह तारा 80 करोड़ साल 14.46 अरब साल से कम
यानी 13.66 साल पुराना या 80 करोड़ साल 14.46 अरब साल से ज्यादा 15.26 अरब साल पुराना भी हो सकता है.
ये information था logical –
वैज्ञानिकों द्वारा जारी किया गया यह इंफॉर्मेशन पुराने वाले इंफॉर्मेशन से ज्यादा लॉजिकल था.
यह बताता है कि यह तारा कम से कम 13.6 से अरब साल पुराना तो हो ही सकता है.
पर कुल मिलाकर यह तारा वैज्ञानिकों के लिए एक greatest puzzle बना हुआ है.
क्योंकि इतना पुराना तारा होना वह भी ब्रह्मांड के उम्र से भी ज्यादा यह बहुत ही बड़ी दुविधा है.
वैज्ञानिक बताते हैं कि यह तारा 13 लाख किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से move कर रहा है.
बौने गैलेक्सी में जन्मा था ये तारा –
मेथुसेलाह तारा (methuselah star in hindi) एक dwarf galaxy में जन्म लिया था.
यानी यह हमारे मिल्की वे गैलेक्सी में पैदा नहीं हुआ था ऐसा वैज्ञानिकों का मानना है.
जब हमारे गैलेक्सी का निर्माण हुआ था तब ऐसे ही कई dwarf galaxy को हमारा मिल्की वे गैलेक्सी अपने अंदर समा लिया था.
ऐसा आज से 12 अरब साल पहले हुआ था. इन्हीं dwarf galaxies के समाने के कारण यह तारा भी हमारे गैलेक्सी का सदस्य बन गया होगा।
ऐसा वैज्ञानिकों का मानना है. वैज्ञानिकों ने ऐसे ही कई और भी तारे ढूंढें हैं जो हमारे मिल्की वे गैलेक्सी से ज्यादा पुराने हैं.
और किसी दूसरे गैलेक्सी से हमारे गैलेक्सी का हिस्सा बन चुके हैं.