देखिए हमारे भारत में एक बहुत ही कॉमन सा myth है कि रात को अगर शीशा देखोगे तो हमारे चेहरे पर झाई पड़ जाएगा यानी freckles पड़ जाएंगे।
चलो आप लोग कमेंट करके बताओ कि क्या आप लोग रात में आईना देखते हो।
देखिए यह जो झाइयां है, यह हमारे स्किन में होती है, जब हमारा skin बहुत ज्यादा सनलाइट में, expose हो जाए। होता यह है कि सनलाइट में मौजूद uv rays हमारे स्किन में melanin के प्रोडक्शन को ज्यादा कर देता है, जिससे हमारे स्किन में कहीं-कहीं पर झाइयां पड़ जाती हैं, यानी freckles पड़ जाते हैं।
कुल मिलाकर मैं यह कहना चाहता हूं कि uv rays के कारण ही हमारे चेहरे पर झाइयां पड़ती हैं।
अब पता नहीं जब आप रात को शीशा देखोगे तो, आपके चेहरे पर कहां से uv rays आ जाएंगी और आपको झाइंया पड़ने लंगेगी। यह लॉजिक हमारे समाज में क्यों फैला हुआ है, मुझे तो नहीं पता, इसका कोई भी साइंटिफिक कारण तो नहीं दिखता है।
इनफेक्ट होता ये है कि मिरर से विजिबल लाइट पास हो जाती है, और mirror most यूवी रेज को भी अपने अंदर absorb कर लेता है, और बहुत ही कम प्रकार की uv rays को रिफ्लेक्ट करता है, और जो हमारी बल्ब जलता है रात में जो अपने रूम में जलाते हैं, उनमे भी बहुत ही स्मॉल अमाउंट में यूवी रेज होती है, तो ऐसा भी नहीं है कि कमरे की लाइट reflect होकर शीशे के थ्रू आपकी स्किन पर आये और आपको फ्रेकल्स हो जाए।
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बल्कि सही मायनों में जो आपके स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है, वह है आपके मोबाइल की ग्लास, खासतौर पर रात के समय में।
देखिए होता यह है कि रात को जब हम सोने से पहले बहुत ज्यादा मोबाइल फोन चलाते हैं, तो हमारे फोन से निकलने वाली ब्लू लाइट, हमारे आंख के अंदर मौजूद ब्लड वेसल irritate करती है, उन पर बहुत ज्यादा जोर पड़ता है। और होता यह है कि हमारा इम्यून सिस्टम इसे डिटेक्ट करके कभी कभी हिस्टामाइन रिलीज करने लगता है, जो हमारे ब्लड vessels को dilate कर देता है, और हमारे आंख के नीचे हमें काला घेरा दिखने लगता है। हा वही dark circles.
तो असल में रात को शीशा देखने से ज्यादा, रात को बहुत ज्यादा मोबाइल चलाना, सोने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण चीज को दरकिनार करके, वह ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। मोबाइल फोन का ग्लास भी तो प्रकार का शीशा है।
अब देखिए आईने में अपने चेहरा को देखना ये आप को कैसे प्रभावित कर सकता है। इसके बारे में भी आपको जान लेना चाहिए।
देखिये जब आप आईने में अपने चेहरे को बिल्कुल घूर कर देखते हो, तो आपकी आंख आईने में उन सब चीजों को fade out करने लगती है, जहां पर आप का फोकस नहीं होता है। यानी वहां पर आपका ब्लाइंड स्पॉट एक्टिवेट हो जाता है।
Youtube पर ऐसे कई वीडियो पड़े हैं, जो ये कहते है कि यहां 20 सेकंड तक देखिये जादू हो जाएगा। इसे troxler इफ़ेक्ट कहते हैं।
देखिये होता यह कि जब आपका ब्लाइंड स्पॉट एक्टिव होता है, जब आप अपने चेहरे को घूरकर देखते हो, आईने में, तब होता यह है कि जिस जगह को तो आप घूर के देख रहे हो, वह तो आप देख पाते हो बाकी की जगह बिल्कुल शीशे में ही dissolve होने लगती है, fade होने लगती है। जैसे आईने में हमारी रिफ्लेक्शन ब्लेंड हो रही हो और हमें ऐसा लगता है कि हम कोई शीशे में भूत वगैरह देख लिया, तो कुछ इस तरीके से तो शीशा आपको प्रभावित कर सकता है।