biggest railway station in india- भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. भारत में एक अरब पैतीस करोड़ से भी ज्यादा लोग रहते हैं.
भारत दुनिया में क्षेत्रफल के हिसाब से सातवां सबसे बड़ा देश है.
भारत का क्षेत्रफल लगभग 33 लाख किलोमीटर जितना है. साफ है
कि भारत में इतने बड़े भूभाग में, बहुत सारे लोग तो रहते ही हैं.
साथ ही साथ इतने बड़े भूभाग को आपस में जोड़ना और भारत के इन सभी अरबों लोगों को एक
स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में एक बड़े ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम की जरूरत पड़ेगी.
जिसे सही मायनों में अगर कोई पूर्ण करता है तो वह है भारतीय रेलवे सिस्टम. भारतीय रेल, दुनिया की कुछ सबसे बड़ी रेलवे सिस्टम में आता है.
क्योंकि भारत में रोजाना करोड़ों लोग रेलवे से सफर करते हैं.
तो फिर भारत में सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सा हैं (biggest railway station in india).
भारतीय रेल की स्थापना 8 मई 1845 को अंग्रेजों द्वारा किया गया था.
और आज जब भारत पर स्वयं भारतीय ही राज कर रहे हैं, उस समय भारतीय रेलवे लगातार उन्नति के मार्ग प्रशस्त है.
आज भारतीय रेलवे का कुल track की लंबाई एक लाख 21 हजार 407 किलोमीटर हो गया है.
जिसमें से 26,000 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा रूट इलेक्ट्रिफाई भी हो चुका है.
भारतीय रेलवे इस देश में सबसे बड़ा यातायात का सबसे बड़ा साधन हैं।
इसी वजह से भारत सरकार भारतीय रेलवे को बढ़ने में लगी हुयी हैं।
और अभी भारत के बड़े महानगरों में रेलवे स्टेशन में भारी भरकम भीड़ लगी हुयी हैं।
और आज हम यही जानेंगे भारत के 5 सबसे बड़े रेलवे स्टेशन (bharat ka sbse bada railway station) ….
5. चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन biggest railway station in india) –
प्लेटफार्म – 17
समुद्र तल से उंचाई – 3.4 m
कब से हैं संचालित – 1873
प्रतिदिन यात्री – 7,50,000
यह भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन (biggest railway station in india) में आता हैं.
1873 में इस रेलवे स्टेशन को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था.
क्योंकि इस रेलवे स्टेशन को अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था.
और आज से 88 साल पहले यानी 1931 में इस रेलवे स्टेशन का इलेक्ट्रिफिकेशन भी कर दिया गया था.
सन 2019 तक तो इस रेलवे स्टेशन पर कुल 17 प्लेटफॉर्म ही है.
चेन्नई में ही स्थित रोयापुरम रेलवे स्टेशन भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन बताया जाता है.
क्योंकि यह रेलवे स्टेशन 1856 में अंग्रेजों द्वारा जैसा बनाया गया था.
अभी भी यह रेलवे स्टेशन ठीक वैसा ही बना हुआ है.
दक्षिण भारत में चेन्नई का यह रेलवे स्टेशन सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन में से एक है.
क्योंकि चेन्नई दक्षिण भारत का सबसे बड़ा आर्थिक और औद्योगिक केंद्र भी है.

4. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन biggest railway station in india) –
प्लेटफार्म – 16
समुद्र तल से उंचाई – 214.2 m
कब से हैं संचालित – 1926
प्रतिदिन यात्री – 5,00,000
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास दुनिया का एक बहुत ही अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है.
वह यह कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, कानपुर रेलवे स्टेशन के साथ दुनिया का सबसे बड़ा इंटरलॉकिंग सिस्टम बनाता है.
1926 में यह रेलवे स्टेशन आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. और यह रेलवे स्टेशन अंग्रेजों द्वारा ही बनाया गया था.
इस रेलवे स्टेशन में लाखों की तादाद में लोग सफर करते हैं.
क्योंकि यह रेलवे स्टेशन भारत की राजधानी को भारत के अन्य क्षेत्रों से जोड़ता है.
1911 से पहले जब दिल्ली को भारत की राजधानी नहीं बनाया गया था.
तब तक दिल्ली क्षेत्र को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ही भारत से जोड़ा गया था.
अब तो यह रेलवे स्टेशन वाईफाई से भी लैस है.
जो कि भारत के बहुत ही कम रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दिल्ली के मेट्रो रेल सेवा से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है.
यह भारत के बड़े रेलवे स्टेशन (biggest railway station in india) में गिना जाता हैं.

3. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस –
प्लेटफार्म – 18
समुद्र तल से उंचाई – 7 m
कब से हैं संचालित – 1878
प्रतिदिन यात्री – 5,00,000+
छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन भारत के आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित है.
यह भारत का सबसे प्रसिद्ध और बड़ा रेलवे स्टेशन (biggest railway station in india) है,
जिसे अंग्रेजों ने बनाया था. बल्कि भारत की सबसे पहली रेल भी यहीं से मुंबई और ठाणे के बीच चली थी.
जो कि 1853 में अंग्रेजों द्वारा संचालित किया गया था. उस समय यहां पर बोरीबंदर रेलवे स्टेशन था.
यह रेलवे स्टेशन हर लिहाज से भारत के सबसे प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है.
क्योंकि यहां पर मौजूद है भारत का सबसे प्रसिद्ध हिंदी फिल्म इंडस्ट्री. इस रेलवे स्टेशन को आर्किटेक्ट किया था फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस और एक्सेल हैग ने.
अंग्रेजों के समय इस रेलवे स्टेशन को विक्टोरिया टर्मिनस कहते थे.
यह रेलवे स्टेशन यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज का दर्जा भी प्राप्त कर चुका है.
1878 में इस रेलवे स्टेशन का निर्माण शुरू हुआ था. जो कि बोरीबंदर रेलवे स्टेशन को तोड़कर दोबारा से बनाया गया था.

2. सिआलदह रेलवे स्टेशन –
प्लेटफार्म – 20
समुद्र तल से उंचाई – 9 m
कब से हैं संचालित – 1862
प्रतिदिन यात्री – 4,50,000
भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में मौजूद सियालदह रेलवे स्टेशन भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन (oldest railway station) में से एक है.
इस रेलवे स्टेशन को अट्ठारह सौ बासठ में आम लोगों के लिए खोल दिया गया था.
इसे भी अंग्रेजों द्वारा ही बनाया गया था. यह रेलवे स्टेशन कोलकाता और हावड़ा नगर को अच्छी खासी सेवा देता है.
और भारत का सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशन कहा जाता है.
अब यह रेलवे स्टेशन कोलकाता मेट्रो से सीधे जुड़ भी गया है 1878 के पहले इस रेलवे स्टेशन पर tram रेलवे चलते थे.
1954 में इस रेलवे स्टेशन का विद्युतीकरण भी कर दिया गया था.

1. हावड़ा रेलवे स्टेशन –
प्लेटफार्म – 23
समुद्र तल से उंचाई – 12 m
कब से हैं संचालित – 1854
प्रतिदिन यात्री – 10, 00, 000
हावड़ा और कोलकाता नगर को सेवा देने वाला हावड़ा रेलवे स्टेशन भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन में से एक है.
यह अट्ठारह सौ चौवन में बना था, जिसे अंग्रेजों ने ही शुरू किया था.
यहां पर प्रतिदिन यात्रियों की संख्या बहुत ही ज्यादा होती है. एक अनुमान के मुताबिक इस रेलवे स्टेशन पर रोजाना 10 लाख से भी ज्यादा लोग सफर करते हैं.
इस रेलवे स्टेशन में कुल 23 प्लेटफार्म है
जो कि भारत के किसी भी रेलवे स्टेशन से बहुत ही ज्यादा है. साथ ही साथ दो महानगरों को एक साथ सेवा देता है.

यह तो हमने जान लिया भारतीय रेलवे स्टेशन के कुछ बड़े रेलवे स्टेशन को.
उनके दैनिक यात्री क्षमता के आधार पर और उस रेलवे स्टेशन के प्रांगण के आधार पर.
लेकिन भारत में और भी बहुत बड़े-बड़े रेलवे स्टेशन (biggest railway station in india) है,
जहां पर समय के आगे बढ़ते बढ़ते ये रेलवे स्टेशन बाकी के रेलवे स्टेशन को भी जल्द ही पीछे छोड़ देंगे.
उदाहरण के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म भारत ही नहीं दुनिया में सबसे बड़ा है.
और कानपुर लखनऊ बनारस पटना जैसे रेलवे स्टेशन भी भारत में निरंतर तेजी से प्रगति करते जा रहे हैं.