female facts in hindi – human biology is complicated and complex. मानव का शरीर बहुत ही जटिल है और इसे समझना इतना आसान भी नहीं.
जहां नेचर ने हम मनुष्य को मेल और फीमेल दो विशेष लिंगो में बांटा है ताकि हम अपने नस्लों को आगे बढ़ा सकें.
हर एक जेंडर के बॉडी में कुछ ऐसे फीचर्स कुछ ऐसे अंग दिए हैं.
जिससे उसे इस प्रकृति में सरवाइव करने में आसानी हो सके.
चलिए इसी बात पर आपको इसी प्रकृति के दो जेंडर में से 1 महिलाओं के शरीर के बारे में
कुछ ऐसे रहस्यात्मक और अद्भुत तथ्य बताएंगे।
जो आपको हैरान कर करके रख देगा।
1. औरतों में होता हैं ज्यादा फैट (female facts in hindi) –
आप देखते हो जब एक मर्द एक्सरसाइज करता है या जिम जाता है तो उसके शरीर पर मोटे-मोटे मसल्स की लेयर चढ़ जाती है.
वहीं जब एक औरत जिम जाती है तो उसका शरीर पहले से सुडौल फिट और कोमल हो जाता है.
कारण यह है कि मर्दों के शरीर में ज्यादा मसल मास होता है और औरतों के शरीर में ज्यादा फैट
मर्दों का सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन मर्दों के शरीर में मसल मास बनाने में मदद करता है.
वही औरतों का सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन उनके शरीर में फैटी टिशु की मात्रा को बढ़ाता है.
जब मर्द एक्सरसाइज कर अपने बॉडी पर ज्यादा स्ट्रेस डालते हैं तो उनके शरीर में ब्लड फ्लो की वजह से टेस्टोस्टेरोन की मात्रा उनके टेस्टकल्स से रिलीज होती है.
वही औरतों के शरीर से एक्सरसाइज से एस्ट्रोजन बैलेंस होता है जो उनमें फीमेल बॉडी के लक्षणों को और ज्यादा विकसित करता है.
इसीलिए आप देखते होंगे कि औरतों का शरीर ज्यादा कोमल और soft होता है क्योंकि उनके शरीर में फैट ज्यादा होता है.
एक औसतन महिला बॉडी में 8 से 10% फैटी टिशु होते हैं. फीमेल ब्रेस्ट यानी औरतों का स्तन इसका सबसे अच्छा उदाहरण है.
औरतों के बेस्ट में कोई भी मसल नहीं होती है. ब्रैस्ट पूरी तरीके से फैट से बना होता है.
2. औरतें आदमियों से ज्यादा जीते हैं –
क्या आपको यह पता है कि औरतें आदमियों से ज्यादा जीते हैं.
आप जानेंगे तो शायद आश्चर्य करेंगे कि पूरी दुनिया में औरतें जहां औसतन 72 साल की उम्र तक जीती हैं.
वही आदमी औसतन मात्र 70 साल की उम्र तक ही जीते हैं. भारत में जहां औरतें 68 साल की उम्र तक औसतन जीती हैं.
वही आदमी भारत में औसतन मात्र 63 साल की उम्र तक ही जीते हैं.
और इसका कारण क्या है. औरतें इतना ज्यादा दिन तक आखिर जीतीं क्यों है.
एक रिसर्च बताती है कि मर्दों को कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानी हृदय से संबंधित बीमारियां ज्यादा होती है.
वहीं और औरतों में ऐसा बहुत कम होता है. औरतें generaly छोटी लंबाई की होती हैं
और छोटी लंबाई वाली औरतों के हृदय को उतना ज्यादा मेहनत नहीं करना पड़ता।
जिससे उनके ह्रदय की मसल्स जल्दी थकती नहीं और उदय हमेशा स्वस्थ बना रहता है.
हालांकि औरतों का दिल मर्दों की तुलना में ज्यादा धड़कता है.
इतना ही नहीं लड़कियों का रोग प्रतिरोधक क्षमता भी लड़कों से ज्यादा मजबूत होता है.
जो कि उनमें किसी भी सामान्य pathagens यानी बैक्टीरिया वायरस इसको किल कर देता है इसीलिए औरतें आदमी से ज्यादा जीती हैं.
3. औरतों का शरीर होता हैं लचीला (female facts in hindi) –
अब देखते हैं कि अधिकतम जिम्नास्ट्स फीमेल ही होती हैं.
फीमेल अपने शरीर को जैसे चाहे और जितना संभव हो सके मोड़ सकती हैं.
इसका कारण यह है कि महिलाओं के शरीर में उनके मसल्स और उनके लिगामेंट्स में एक केमिकल पाया जाता है जिसे इलास्टिन कहते हैं.
इलास्टिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है. यह एक ऐसा प्रोटीन होता है.
जो हमारे स्किन को खींचने आपो करने पर दोबारा से उसे अपने ओरिजिनल शेप में वापस ले आता है.
अब लड़कियां जब अपने शरीर को स्ट्रेच करती है या ज्यादा खींचती है तो यह प्रोटीन उनको हेल्प करता है.
इसके अलावा लड़कियों के स्किन में कॉलेजन की मात्रा भी कम होती है. कॉलेजन एक प्रकार का प्रोटीन होता है.
जो मर्दों की स्किन पर ज्यादा पाया जाता है यह प्रोटीन स्किन को ज्यादा सख्त और मजबूत बनाता है.
अब क्योंकि यह कॉलेजन इन लड़कियों के स्कीन में ज्यादा नहीं पाया जाता इसलिए लड़कियां अपनी स्किन को ज्यादा स्ट्रेच नहीं कर पाती हैं.
अब एक मजेदार फैक्ट औरतों के इसी टचिंग एबिलिटी के बारे में भी जान लीजिए।
क्या आपको यह पता है कि औरतें अपने गर्दन को आदमियों की तुलना में कई गुना ज्यादा मोड़ सकती हैं.
अगर आपको यह देखना है तो आप किसी औरत या लड़की को जो आपकी फ्रेंड या रिश्तेदार हो उसे पीछे से बुलाईये।
आप देखेंगे कि लड़कियां लड़कों से ज्यादा अपनी गर्दन को मोड़ पातीं हैं.
4. महिलाओं का विश्वास जीतना है तो उन्हें गले लगाइये –
क्या आपको यह पता है कि अगर आपको महिलाओं का विश्वास जीतना है तो आप कौन से गले मिलना चाहिए।
गंदी नियत वाले सावधान अगर आप किसी महिला को गंदी नजर से देखते भी हो तो वह अच्छे से समझ जाएगी गले मिलना तो बहुत दूर की बात है.
पर गले मिलने में ऐसा क्या होता है जो औरतों को लोगों पर विश्वास करना सिखा देता है.
दरअसल 15 सेकंड तक अगर आप किसी औरत को गले लगाते हो
तो औरतों के शरीर में एक हार्मोन रिलीज होता है जिसे ऑक्सीटॉसिन कहते हैं.
ऑक्सीटोसिन हार्मोन महिलाओं के शरीर में जैसे ही रिलीज होता है
वह महिलाओं के शरीर में सेक्स हार्मोन से bind हो जाता है.
और उनमें calming effect जनरेट करता है और इसी वजह से लड़कियां औरतें उस व्यक्ति पर ज्यादा भरोसा करने लगती हैं.
जो उनसे 15 सेकंड तक गले मिलने पर आता है.
पर ध्यान रहे लड़कियों कि ये आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है इसलिए थोड़ा सोच समझ कर.
5. लड़कियों का दिमाग होता है हल्का –
क्या आप यह जानते हैं कि जैसे ही एक लड़की की उम्र 6 साल की उम्र तक पहुंचती है एक लड़की का ब्रेन लड़कों की तुलना में वजन में कम होने लगता है.
वैज्ञानिक बताते हैं कि यह लड़कों का शरीर evolution के कारण इस तरह डिवेलप हुआ है कि
लड़कों को अपने ज्यादा मसल मास के शरीर को संचालित करना होता है.
दरअसल एक लड़के का शरीर एक तरह इस तरह से होता है कि उसके जीन और बॉडी में यह जानकारी कोडेड रहती है
कि एक लड़के का बॉडी ज्यादा बढ़ा और मसल वाला होगा लड़कियों की तुलना में.
यही कारण है जो लड़कियों के शरीर को संचालित करने के लिए कंपेरटिवली कम वजन वाले ब्रेन की आवश्यकता पड़ती है.
6. औरतों का ब्रैस्ट होता हैं unequal (female facts in hindi) –
लड़कियों की फिजिकल अपीरियंस की पहचान उनके breast से होती है.
पर क्या आपको फीमेल ब्रेस्ट के बारे में यह फैक्ट पता है कि एक फीमेल का दोनों ब्रेस्ट unequal साइज में होते हैं.
इसका कारण वैज्ञानिक और डॉक्टर्स को अभी अज्ञात है
पर कुछ संभावित कारण बताएं डॉक्टर ने औरतों के एक छोटा और एक बड़ा ब्रेस्ट होने का.
कारण यह हो सकता है कि जब एक औरत का शरीर की बॉडी puberty की तरफ बढ़ता है
तो उसके शरीर में हो जाता है कभी-कभी हार्मोनल इंबैलेंस है.
जो उनके ब्रेस्ट को unequal बनाता है या उनके ब्रेस्ट टिशु कमी होने लगती है
या ब्रैस्ट पॉकेट का छोटा बड़ा होना जैसे चीजों के कारण भी ऐसा हो सकता है.
7. औरतें मल्टीटास्किंग होती हैं –
आप सब जानते हैं कि हम मनुष्यों का ब्रेन 2 भागों में बटा हुआ होता है. left hemisphere और right hemisphere.
और दोनों हेमिस्फीयर आपस में एक दूसरे से corpus callosum नाम के एक thick nerve fiber से जुड़ा रहता है.
अब एक फीमेल के ब्रेन में ये कॉरपस कॉलसम का nerve राइट हेमिस्फीयर और लेफ्ट हेमिस्फीयर में ज्यादा कनेक्टिविटी को बढ़ाते हैं.
अब जब महिलाओं के दिमाग में कनेक्टिविटी ज्यादा होती है
उनके दिमाग की दोनों भाग एक दूसरे से पुरुषों के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरीके sync के रहते हैं.
और यही कारण है एक महिला एक समय में दो या तीन काम एक साथ आसानी से कर सकती है.
मतलब औरतें आदमी की तुलना में ज्यादा मल्टीटास्किंग होती है.
8. औरतें ज़्यादा क्यों बोलती हैं (female facts in hindi)-
आप जानती हैं कि एक औरत कितना ज्यादा बोलती है घर हो या दोस्तों के साथ उनके gossip का पिटारा कभी भी खत्म नहीं होता है.
इसका कारण भी महिलाओं का दिमाग और प्रोटीन होता है. महिलाओं के दिमाग के दो सेंट्रल पार्ट उनके कम्युनिकेशन को कंट्रोल करते हैं.
ब्रेन के यही दो हिस्से महिलाओं में लटके झटके जैसे चीजों को कंट्रोल करते हैं.
आप जानकर आश्चर्य करेंगे कि एक महिला जितना बोलकर नहीं उतना तो वह अपने हाव-भाव से व्यक्तियों से कम्युनिकेट करती है.
मतलब एक औरत अगर 8,000 शब्द बोल कर कम्युनिकेट करती है तो 10,000 बार नॉन वर्बली लोगों से कम्युनिकेट कर सकती है.
और रही बात औरतों से ज्यादा बोलने के कारण की तो
इसका कारण भी औरतों के अंदर एक खास तरह का प्रोटीन ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जिसे foxp2 के नाम से जानते हैं.
इसे लैंग्वेज प्रोटीन के नाम से जानते हैं. यह प्रोटीन ही औरतों को ज्यादा बोलने के लिए प्रेरित करता है.
एक अनुमान के मुताबिक एक औरत एक दिन में 20,000 शब्द बोलती है तो पुरुष मात्र 8,000 शब्द ही बोलता है.
9. औरतों में ज्यादा पेन रिसेप्टर होते हैं –
आप किसी औरत को यह किसी लड़की को चोट लगते वक्त या किसी दुख की घड़ी में ज्यादा रोते हुए या दर्द महसूस करते हुए देखे होंगे।
दरअसल एक फीमेल के ब्रेन में मर्दों से से ज्यादा पेन रिसेप्टर होते हैं.
जो चोट या दुख की घड़ी में औरतों को ज्यादा पीड़ा महसूस करवाते हैं.
पर औरतों में ज्यादा दुख दर्द को जल्दी से रिकवर भी कर लेती हैं.
थैंक्स टू फीमेल सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन जो औरतों को पीड़ा सहन करने में मदद करता है.
एक औरत का सेक्स हार्मोन ऑक्सीटोसिन हार्मोन के साथ बंधकर औरत को रिलैक्स करता है.
जो उनके लिए काफी अच्छा होता है.
10. गर्भाशय स्ट्रेच हो सकता वाटरमेलन से भी बड़ा –
प्रेग्नेंट औरत का गर्भाशय कितना ज्यादा स्टेज हो सकता है क्या आपको पता है.
प्रेगनेंसी के पहले एक औरत का गर्भाशय लगभग एक संतरे के आकार का ही होता है.
पर गर्भ के पूर्ण विकसित होने पर एक औरत का गर्भ एक वाटरमेलन जितना बड़ा हो जाता है.
मतलब एक औरत का युटेरस सुपर स्ट्रैची होता है
इतना ही नहीं किसी किसी औरतों में तो यह युटेरस एक की जगह दो होते हैं और किसी किसी औरत में तो यह गर्भाशय होता ही नहीं है। female facts in hindi
11. औरत का व्यवहार बदलता रहता हैं –
एक फीमेल का ब्रेन उसके पीरियड साइकिल के कारण बदलता रहता है. मतलब उसके बिहेवियर और उसके सोचने के तरीके से है.
मेंस्ट्रुएशन साइकिल के 10 दिन बाद एक औरत बहुत ज्यादा बोल्ड फुल ऑफ स्पिरिट जैसा महसूस करती है ठीक अपने ovulation के पहले।
फिर जैसे ही पीरियड का टाइम आता है औरत फिर से लो एनर्जी और लो स्टेट ऑफ मेंटल जैसा महसूस करती है.
इसलिए हर एक औरत कभी-कभी बहुत ज्यादा खुश और फूल ऑफ एनर्जी जैसा महसूस करती हैं.
इसमें कोई उसमें उनकी कोई गलती नहीं है उनका शरीर ऐसा होता ही है उनके दिमाग के सहित।
12. सुंदरता का मानक (female facts in hindi)-
टोरंटो में हुई एक स्टडी के मुताबिक लड़कों को वह लड़कियां ज्यादा सुंदर लगती हैं जिनमें दोनों pupil के बीच की दूरी उनके चेहरे के चौड़ाई का 46% होता है.
और उनके मुंह और आंखों के बीच की दूरी उनके चेहरे के हेयरलाइन और चीन के बीच की दूरी का 36% हो.
अब जो भी हो हर एक किसी के ब्यूटी का डेफिनेशन अलग अलग होता है.
13. औरते देखती हैं ज्यादा रंग –
ये फोटो देखिए इस फोटो में आप जैसा देख पा रहे होंगे कि फोटो में कलर कम है काला शेड्स भी हल्के हैं.

एक मर्द दुनिया को ऐसा ही देखता है.
अब यह फोटो देखिए एक औरत दुनिया को इतना ही कलर फुल ऑफ फुल ऑफ शेड्स के साथ दिखती है.

कारण यह है कि औरतों में दो x chromosome होता है
और आदमियों में एक x chromosome और एक y chromosome,
x chromosome में यह एबिलिटी होता है कि उनमें कलर्स को देखने की क्षमता ज्यादा कोडेड रहती है.
और औरतों में x chromosome एक नहीं बल्कि 2 होते हैं. तो लेडीस इस मामले में आप मर्दों से कई गुना ज्यादा सुपीरियर है.
14. औरतों के स्किन में पड़ते हैं ज़्यादा स्ट्रेच मार्क्स –
एक आदमी की स्किन में ज्यादा कॉलेजन पाया जाता है. जो कि एक प्रकार का प्रोटीन होता है.
यह प्रोटीन आदमियों की स्किन को ज्यादा सख्त और मोटा बनाता है.
वही औरतों को स्किन में यह कॉलेजन बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है.
उनके स्किन को पुरुषों के मुकाबले 25% कम मोटा बनाती है.
अब औरतों का स्किन इतने पतला होने के से कोई नुकसान भी होते हैं.
एक तो इतना पतला स्किन औरतों को बहुत ज्यादा कोमल बनाता है.
जो उनकी स्किन पर थोड़े से भी चोट को गहरा बनाता है.
ज्यादा इलास्टिन होने के कारण औरतों के शरीर पर स्ट्रेच मार्क्स ज्यादा पढ़ते हैं.
क्योंकि इनकी स्किन उतनी ज्यादा फॉर्म नहीं होती जितना मर्दों की.
15. औरते नहीं भूलती चेहरा (female facts in hindi) –
अगर एक औरत ने आप के चेहरे को ढंग से देख लिया तो वह आपके चेहरे को अपने दिमाग में ढंग से बैठा लेगी और कभी भी भूलेगी भी नहीं।
सो बी केयरफुल औरतों से कभी पंगा मत लेना। दरअसल एक रिसर्च बताती है
कि औरत आदमियों की तुलना में तेजी से किसी भी व्यक्ति के चेहरे को पहचान सकती है.
उनके चेहरे को फीचर्स को डिटेल में देखती है और उन्हें मेमोराइज भी इजीली करती है.
इतना ही नहीं औरतें किसी भी ऑब्जेक्ट को आदमियों से ज्यादा अच्छी तरीके से मैं याद कर सकती हैं.
शायद इसीलिए हिंदी फिल्मों में यह दिखाया जाता है कि एक नागिन अपने नाग पति के मारने वाले को कभी बोलते नहीं….. यह मजाक था.
16. लड़कियों को आते ज़्यादे बुरे सपने –
फीमेल को मेल्स की तुलना में ज्यादा बुरे सपने आते हैं इसलिए आपने देखा होगा कि औरतें अक्सर लोगों को अपने बुरे सपने के बारे में बताती फिरती है.
औरतों को बुरे सपने मुख्यतः तीन प्रकार के आते हैं.
भयानक भूत प्रेत के सपने आना, ऐसे सपना आना जिसमें उनके कोई पीछे से दौड़ा रहा हो, मरने के सपने आना उनके किसी फैमिली मेंबर की मौत हो रही हो.
guys जिसका कारण भी फीमेल का ब्रेन हीं होता है और यह नाइटमेयर उनके इमोशन से जुड़े रहते हैं.
17. औरतें ज़्यादा तरीके की गंध सूंघ सकती हैं –
औरतों का sense of smell आदमियों की तुलना में ज्यादा स्ट्रांग और होता है even जब औरतों में ओवुलेशन होता है यानी जब उनमें egg बनता है तो उनमें sense of smell और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
और आपको पता होना चाहिए कि मनुष्य में सेंस ऑफ स्मेल एक रिसेप्टर olfactory receptor के कारण ही होता है.
जिस jeev में यह olfactory receptors ज्यादा पाया जाता है. उस जीव के सूंघने की शक्ति उतना ही ज्यादा होती है.
मनुष्य में फीमेल के olfactory bulb में ज्यादा cell होते हैं जो फीमेल को ज्यादा तरीके की गंध सूंघने में मदद करता है.
और वह मर्दों से ज्यादा दूर तक सूंघ सकती हैं.
18. लड़कियां ज़्यादा पलकें झपकाती हैं (female facts in hindi) –
एक फीमेल अपनी पलकों को आदमियों की तुलना में 2 गुना ज्यादा बार तक ब्लिंक कर सकती है.
थैंक्स टू फीमेल सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन जो उन्हें यह बार-बार करने पर मजबूर करता है.
ऐसा करके एक औरत या लड़की अपने बातों को दूसरों के सामने अच्छे से प्रकट कर पाती है.
किसी एक पर्टिकुलर बात को दूसरों के सामने ज्यादा जोर देकर दूसरों के सामने प्रकट करने के लिए भी महिलाएं अपने पलकों को ज्यादा झपकाती करते हैं.
19. औरतें ज़्यादा स्वाद चख सकती हैं –
एक औरत मर्दों की तुलना में ज्यादा अच्छी तरह से भोजन के स्वाद को चखने की क्षमता रखती है.
इसका कारण यह है कि फीमेल के जीभ में मेल के मुकाबले ज्यादा टेस्टबड्स होते हैं.
तो लेडीस खाना बनाते समय खुद ही चेक लेना खाना टेस्टी बना है या नहीं मर्दों में ये पावर नहीं होती है.
20. हल्की दिल वाली औरतें (female facts in hindi) –
एक फीमेल का दिल ज्यादा रेट से धड़कता है, इसलिए एक फीमेल का दिल हल्का होता है.
एक एवरेज पर्सन का हॉट जहां 118 ग्राम का होता है वही एक लड़की का दिल औरतों से 60 ग्राम तक ज्यादा भारी होता है.
यहाँ तक की औरतों में दवाइयों के साइड इफेक्ट उनके दिल पर मर्दों से ज्यादा दिखता है.
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