दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है (dakshin bharat ki sabse unchi choti).
महाराष्ट्र से शुरू होकर केरल पर ख़त्म होने वाली पश्चिमी घाट की पर्वत श्रृंखलाएं दक्षिण भारत की सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखलाएं (highest peak in south india) है,
इन्ही ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं की वजह से ही केरल आज भारत में मसालों की खेती के लिए प्रसिद्ध हैं
और वहां चाय की खेती भी की जाती हैं. लेकिन क्या आपको पता हैं दक्षिण भारत के उन 5 सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं के विषय में जो आज भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में से एक हैं,
अगर नहीं तो तैयार हो जाइए आज हम यही जानने वाले हैं.
दक्षिण भारत बहुत ही सुंदर है, अपने प्राकृतिक वादियों के लिए.
दक्षिण भारत में उत्तर भारत की तुलना में जनसंख्या कम रहती है.
क्योंकि दक्षिण भारत में पठारी और पहाड़ी जमीन बहुत ज्यादा है. दक्कन का पठार पूरे विश्व में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है,
अपने विविध भौगोलिक स्थिति के लिए. इसके साथ ही दक्षिण भारत में पूर्वी घाट के पहाड़ और पश्चिम घाट के पहाड़ बहुत ही सुंदर और मनोरम है.
नीलगिरी के पहाड़, अन्नामलाई के पहाड़ यह सब दक्षिण भारत की सुंदरता को चार चांद लगा देते हैं.
दक्षिण भारत में एक नहीं कई पर्वत श्रृंखलाएं हैं.
और इन पर्वत श्रृंखलाओं में कई ऊंची ऊंची चोटियां भी हैं. लेकिन इन पर्वत श्रृंखलाओं में से दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है (highest peak in south india)?
हमें इस आर्टिकल में यही जानना है, और आज हम इस चीज को बहुत ही आसान शब्दों में जाने का प्रयास करेंगे.
अनाईमुड़ी चोटी (Anaimudi Peak) – 2,695 मीटर (8,842 फीट) केरल –
केरल में मौजूद अनामुड़ी, पश्चिमी घाट की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है.
और दक्षिण भारत का सबसे ऊँचा स्थन (highest peak in south india) हैं.
एराविकुलम नेशनल पार्क के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है.
चोटी पेरियार नदी के बेसिन का सबसे ऊंचा स्थान है और केरल की सबसे ऊंची चोटी है (highest peak in kerala).
अनामुड़ी एक मलयालम शब्द है, जिसका हिंदी का अर्थ होता है,
हाथी का मस्तक. सबसे पहले अनामुड़ी पर्वत की चढ़ाई डग्लस हैमिल्टन नाम के व्यक्ति ने किया था जो कि मद्रास आर्मी का मेंबर था.
यह व्यक्ति ब्रिटेन का था.
यह उस समय की बात है जब भारत ब्रिटेन के कब्जे में था.
लेकिन स्थानीय लोगों का दावा है कि यहां पर ब्रिटेन लोगों के पहले से ही इस पर्वत पर चढ़ाई की जा चुकी थी.
अनामुड़ी पर्वत को दक्षिण भारत का एव्हरेस्ट भी कहा जाता है.
इस चोटी से सबसे नजदीक का कस्बा है मुन्नार, जो कि यहां से 13 किलोमीटर दूर है.
पर्वत ऊंचाई पर होने के कारण यहां का मौसम बहुत ही सुहावना रहता है.
यहाँ तापमान बहुत ज्यादा देखने को नहीं मिलता है.
पहाड़ पूरी तरीके से हरा भरा है इसलिए यहां पर सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है.
डोड्डाबेट्टा पीक (Doddabetta Peak) – 2,637 मीटर (8,650 फीट) -तमिल नाडु
डोड्डाबेट्टा तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में नीलगिरि पहाड़ियों में सबसे ऊँचा पर्वत है.
यह तमिलनाडु की सबसे ऊंची चोटी हैं और अनाईमुड़ी के बाद 3 और चोटियों के बाद दक्षिण भारत की चौथी सबसे ऊंची चोटी (highest peak in south india) है.
इस पर्वत की ऊंचाई 2,637 मीटर है और इस पर्वत के ऊपर भारत सरकार द्वारा एक संरक्षित जंगल का क्षेत्र भी है.
यह पर्वत श्रृंखला भारत के सबसे मशहूर पर्यटन स्थल ऊटी से 9 किलोमीटर दूर है.
ऊटी कोटागिरी रोड पर नीलगिरी डिस्ट्रिक्ट में यह चोटी मौजूद है.
यहां पर केवल भारत से नहीं बल्कि विदेशों से भी सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है.
इसी ऊंची चोटी के पश्चिम में हेकूबा जो कि 2,375 मीटर ऊंचा है, कट्टाडाडू जोकि 2,418 मीटर की ऊंचाई पर है,
कुलकुड़ी जो कि 2,439 मीटर की ऊंचाई पर है. इसके पश्चिम में मौजूद है.
मुल्लयनगिरी चोटी (Mullayanagiri peak) -1,930 मीटर (6,330 फीट) -कर्नाटक
मुल्लयनगिरि कर्नाटक की सबसे ऊँची चोटी (highest peak in south india) है.
यह कर्नाटक के चिक्मंगलुरु में स्थित हैं. और हिमालय और नीलगिरी के बीच की सबसे ऊँची चोटी भी है.
इतने उंचाई पर होने के कारण ये छोटी हमेशा हरी भरी रहती हैं,
यहाँ पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है. या चोटी चंद्र द्रोण हिल रेंज में स्थित है.
जो कि वेस्टर्न घाट की ही एक श्रृंखला है इस पर्वत श्रृंखला हैं.
यहा पर ट्रैकिंग के लिए लोग हमेशा आते रहते हैं.
यहाँ से सूर्यास्त का नज़ारा बड़ा ही मनोरम दिखाई देता है.
साफ मौसम में मुल्ल्यनगिरि के सबसे ऊँचे बिंदु से अरब सागर दिखाई देता है.
चिकमंगलूर शहर से 16 कि.मी. की दूरी पर मुल्लयनगिरि स्थित है.
अरमा कोंडा (Arma konda) – 1,680 मीटर (5,512 ft) – आन्ध्र प्रदेश
आन्ध्र प्रदेश में पूर्वी घात के पहाड़ों में से गोदावरी नदी के बेसिन पर मौजूद हैं.
आन्ध्र प्रदेश की सबसे ऊँची चोटी (highest peak in andhra pradesh)
अरमा कोंडा या सिताम्मा कोंड़ा हैं. ये विशाखापत्तनम जिले में स्थित हैं.
डोली गुट्टा (Doli gutta) – 965 मीटर (3,166 फीट) – तेलंगाना
उत्तरी तेलंगाना और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर मौजूद जयशंकर भूपाल्पल्ली जिले में स्थित ये चोटी तेलंगाना की सबसे चोटी हैं. (highest peak in telangana).
घने जंगलों से घिरा हुआ ये पहाड़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य से लोगों का मन मोह लेता हैं.
यह तो हमने आपको दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटियों के बारे में, बताया वह भी राज्य के हिसाब से.
लेकिन ओवरऑल देखें तो दक्षिण भारत में इनके अलावा भी कई ऊंची चोटीयां हैं.
दक्षिण भारत की शीर्ष तीन चोटीयां तो केरल से ही हैं. वह भी पश्चिमी घाट के पर्वत से ही.
दूसरी सबसे बड़ी चोटी है, मन्नामला जोकि 2,659 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह केरल के इडुक्की जिले में मौजूद है.
इसी तरह केरल के ही इडुकी जिले में ही एक और चोटी है,
जो कि बहुत ही ज्यादा ऊंची है. चोटी का नाम है मीसापुलिमला.
यह चोटी भी 2,640 मीटर की ऊंचाई पर है. और यह भी पश्चिमी घाट के पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है.
यह चोटी देखने में बहुत ही ज्यादा मनोरम है. और भारत के कुछ सबसे सुंदर चोटीयों में से गिना जाता है.
डोडाबेट्टा के बाद तमिलनाडु का ही एक ऊंची चोटी है कोलारीबेट्टा.
जोकि दक्षिण भारत की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी है. यह चोटी 2,629 मीटर की ऊंचाई पर है.
और मुकुर्थी नेशनल पार्क में स्थित है. यह चोटी देखने में काफी मनोरम है. इसी तरह मुकुर्थी नेशनल पार्क में ही स्थित एक चोटी मुकुर्थी 2,554 मीटर की ऊंचाई पर है.
और दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है (highest peak in south india).
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