क्या माइनस 7 डिग्री सेल्सियस के वातावरण मैं किसी सोते से निकलने वाला पानी इतना गर्म हो सकता है कि वह खौलने लगे, वह भी प्राकृतिक रूप से. तो इसका जवाब है हां. लोगों के लिए यह एक आश्चर्य है लेकिन इसका जवाब साइंस के पास है, धरती के बेहद ही अंदर से आने वाला इस पानी के सोते को हॉट स्प्रिंग कहा जाता है. जिसे हिंदी में गर्म पानी का सोता कहा जाता है. और आज इस आर्टिकल में आप यही जानोगे विशेष तौर पर भारत के कुछ खास गर्म पानी के सोते के बारे में…
उत्तराखंड में हैं तपोवन इसके लिए प्रसिद्ध
उत्तराखंड में देहरादून राजपुर रोड पर सिटी बस स्टैंड से 5 किलोमीटर दूर तपोवन नाम के स्थान पर तापमान माइनस 7 डिग्री सेल्सियस रहने के बावजूद इसके पहाड़ों से निकलने वाले के सोते का पानी खौलता रहता है. इतने ठंडे मौसम होने के बावजूद इतने खौलते हुए पानी का निकलना ही लोगों के लिए एक आश्चर्य है. जोशीमठ सड़क से 15 किलोमीटर दूर एक छोटा सा गांव है जहां दिनभर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है. लोगों के लिए यह एक बहुत ही नई चीज है पर क्या आप जानते हैं यह कोई नई बात नहीं है, दुनिया में एक नहीं दो नहीं बल्कि सैकड़ों हॉटस्प्रिंग है यह गर्म पानी के सोते धरती के बेहद की अंदरूनी हिस्से धरती के क्रस्ट से ही आते हैं. इस पानी में सल्फर की मात्रा भी ज्यादा होती है इसलिए इसे हॉट सल्फर स्प्रिंग भी कहते हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उत्तराखंड का तपोवन ही एकमात्र ऐसा जगह नहीं है जहां पर इतना अच्छा गर्म पानी के सोते मौजूद है. आपको भारत के कुछ और गर्म पानी के छोटे के बारे में बताता हूं.
भारत के प्रसिद्ध हॉट स्प्रिंग
पश्चिम बंगाल में बकरेश्वर हॉटस्प्रिंग भारत का सबसे प्रसिद्ध हॉटस्प्रिंग है. उड़ीसा के अंगुल जिले में कुल 24 हॉट स्प्रिंग मौजूद हैं. यहां का सल्फर युक्त पानी त्वचा और तंत्रिका की बीमारियों को दूर करता है. इसी तरह हिमाचल में मनीकारण, लद्दाख में पनामिक और उत्तराखंड में गौरीकुंड प्रसिद्ध है. विश्व में और भी कई हॉट सीन प्रसिद्ध है जहां लोग ट्रैवल करने आते
अगर तपोवन की बात करें तो तपोवन से 3 किलोमीटर की दूरी पर सैलदहर नाम की जगह पर गर्म पानी के फव्वारे निकलते हैं. इसका पानी लगभग 100 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर खोलता रहता है. कुछ हॉट स्प्रिंग इतनी ज्यादा गर्म होते हैं कि इसमें नहाना बहुत ही कठिन होता है और कुछ हॉटस्प्रिंग नहाने योग्य तापमान वाले होते हैं. और इसमें नहाने से त्वचा की कई प्रकार की बीमारियां और तंत्रिका तंत्र की बीमारियां दूर हो जाती हैं. आपने देख लिया गर्म पानी के स्रोत रहस्य नहीं बल्कि प्रकृति द्वारा मनुष्य को दिया हुआ एक वरदान है.