पिट्यूटरी ग्लैंड, जिसे हिंदी में पीयूष ग्रंथि भी कहते हैं, कहा जाता है कि यह हमारे पूरे शरीर को कंट्रोल करता है. सही कहा जाता है, क्योंकि यह पिट्यूटरी ग्लैंड एक नहीं पूरे 9 हार्मोन रिलीज करता है, जो कि हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए मदद करता है. चाहे हमारी लंबाई का बढ़ना हो जाए, हमारे सेक्सुअल विकास हो, चाहे स्तन में दूध की बात हो. सब कुछ हमारा यह पिट्यूटरी ग्लैंड ही कंट्रोल करता है, और पिछली वीडियो में मैं आपको यह बता चुका हूं कि इस पिट्यूटरी ग्लैंड को भी कंट्रोल करने का काम हमारा हाइपोथैलेमस करता है. इसीलिए हाइपोथैलेमस हमारे पिट्यूटरी ग्लैंड का भी पापा है.
लेकिन आज हम इस वीडियो में यह जानेंगे कि हमारा यह पिट्यूटरी ग्लैंड काम कैसे करता है, और बिना इधर-उधर की बात किये, हम सीधे पॉइंट की ही बात करेंगे, लेकिन यह वीडियो आपको अच्छा लगेगा, तो लाइक ज़रूर करना और नए हो तो सब्सक्राइब तो जरूरी करना, वैसे भी आप बहुत चैनल सब्सक्राइब किए होंगे एक बार मेरे चैनल को सब्सक्राइब करके देखिए।
देखिये हमारा पिट्यूटरी ग्लैंड 2 लोब में बटा रहता है, एक होता है उसका आगे का इंटीरियर पार्ट होता है, इसके पीछे का पोस्टीरियर भाग, लेकिन इसके बीच में भी एक पतली से strip होती है, जिसे pars intermedia कहते हैं, देखिए हमारा पिट्यूटरी ग्लैंड हमारे हाइपोथैलेमस से एक पतली है संरचना के through जुड़ा रहता है, जिसे infundibulum कहते हैं। एक बार आप इस पिट्यूटरी ग्लैंड के लोकेशन को ब्रेन में देख लीजिए।
अब देखिए पिट्यूटरी ग्लैंड काम कैसे करता है, यह काम करता है अपने 9 हार्मोन को ब्लड में रिलीज करके। चलिए एक-एक करके थोड़ा-थोड़ा सब के बारे में जानते हैं।
हाइपोथैलेमस क्या है – हाइपोथैलेमस कहा पाया जाता है
हमारा हाइपोथैलेमस Gonadotropin-releasing hormone रिलीज करके, हमारे पिट्यूटरी ग्लैंड को stimulate कर देता है, इसके बाद हमारा पिट्यूटरी ग्लैंड दो हार्मोन रिलीज करता है, जिसका काम हमारे सेक्सुअल हेल्थ में मैं बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है। यह दो हार्मोन है Follicle-stimulating hormone और Luteinizing hormone
Follicle-stimulating hormone महिलाओं में ovaries के विकास में बहुत ज्यादा मदद करता है। मर्दों में यह स्पर्म के विकास में मदद करता है, और यह Luteinizing hormone मर्दों के testicles पर जाकर काम करता है, और उन्हें प्रेरित करता है टेस्टोस्टरॉन बनाने के लिए।
फिर उसी तरह हमारा हाइपोथैलेमस पिट्यूटरी ग्लैंड को stimulate करता है Adrenocorticotropic hormone रिलीज करने के लिए, जो कि adrenal gland पर काम करता है, और इसी की वजह से ही हमारा एड्रिनल gland अपने हार्मोन को रिलीज करता है, जैसे कॉर्टिसोल, एड्रीनलिन जैसे hormone.
देखिए अभी तक मैंने आपको तीन हार्मोन के बारे में बता दिया है, चौथा हार्मोन जो यह पिट्यूटरी ग्लैंड रिलीज करता है, वह थाइरॉएड स्टिम्युलेटिंग हॉरमोन, जो कि थायराइड को stimulate करता है, t3 और t4 हार्मोन रिलीज करने के लिए, यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिक रेट को कंट्रोल करते हैं.
पांचवा हार्मोन जो यह पिट्यूटरी gland बनाता है वह है प्रोलैक्टिन हार्मोन, जिसका काम होता है महिलाओं के स्तन मैं दूध को बनाना….
छठा हार्मोन जो यह पिट्यूटरी ग्लैंड बनाता है, वह है ग्रोथ हार्मोन. जिसका काम हमारे शरीर में मांस पेशियों के ग्रोथ को बढ़ाना होता है, और growth age में हमारी लंबाई भी यही बढ़ाता है.
देखें, जितने भी छह हार्मोन आपको मैंने बताया है, वह पिट्यूटरी ग्लैंड का यह एंटीरियर लोब बनाता है, यानी आगे वाला हिस्सा…
इसके बाद एक हार्मोन पिट्यूटरी ग्लैंड का यह जो बीच में strip है यह पतली सी पट्टी, वह बनाता है, जिसे कहते हैं Melanocyte-stimulating hormone. जिसका काम होता है, हमारे स्किन कोई uv rays से बचाना, ज्यादा मेलानिन बनाकर, जिसे होता यह कि हमारा स्किन काला काला हो जाता है, और यह भूख को भी कंट्रोल करता है।
और देखिए पिट्यूटरी ग्लैंड का यह जो पीछे वाला हिस्सा है, यह भी दो हार्मोन बनाता है, एक है ऑक्सीटॉसिन जिसका काम यह होता है कि यह महिलाओं में चाइल्डबर्थ के समय युटेरस को कॉन्ट्रैक्ट करता है। सेक्सुअल बिहेवियर में भी उसका बहुत बड़ा रोल है, इसीलिए इसे लव हार्मोन कहा जाता है।
और 9वां हार्मोन है, जो पिट्यूटरी का पोस्टीरियर पार्ट रिलीज करता है, वह है वह vasopressin जो कि mainly किडनी पर जाकर काम करता है। हमारे शरीर में पानी की मात्रा को बैलेंस करके रखने के लिए, जिससे किडनी कम से कम पानी हमारे शरीर से बाहर एक्सक्रीट कर पाए।
देखिए यह 9 हार्मोन रिलीज करके पिट्यूटरी पूरे के पूरे बॉडी को हमारे कंट्रोल करता है, कुछ भी हो चाहे वह मेरा सेक्सुअल बिहेवियर हो, हमारी सुंदर स्किन हो, कुछ भी हो, इसीलिए इसे मास्टर ग्लैंड कहा जाता है। और इस मास्टर ग्लैंड का भी मास्टर होता है हमारा हाइपोथैलेमस।