सबसे बड़ा ग्रह (sabse bada grah) – वैसे तो यह ब्रह्मांड बहुत ही बड़ा है, बहुत ज्यादा बड़ा
और इतने बड़े ब्रह्मांड में हमारा सौरमंडल एक रेत के दाने के जैसा छोटा सा है.
जिसकी कोई भी औकात नहीं है, इतने बड़े ब्रह्मांड के सामने। हमारे सौरमंडल में कुल 8 ग्रह कहे जाते हैं.
पहले 9 हुआ करते थे जिसमें से प्लूटो को ग्रह होने की दर्ज़ा से हटा दिया गया है.
पर इन 8 ग्रहों में बहुत सारी असमानता हैं. कुछ तो स्थलीय ग्रह है यानि ठोस पत्थरों से बने हुए हैं.
तो कुछ गैस से बने हुए हैं कुछ बहुत ज्यादा mass वाले हैं यानी द्रव्यमान वाले है. तो कुछ बहुत ही कम द्रव्यमान वाले हैं.
इनमें से केवल एक ग्रह है जहां पर जीवन है और वह हमारी पृथ्वी।
कम से कम अभी तक तो हम यह कह सकते हैं कि हमारे पृथ्वी पर ही जीवन है.
लेकिन एक जिज्ञासु व्यक्ति को जो हर एक चीज जानना चाहता है जो हर एक चीज जानने में लगा हुआ है
उसके मन में तो बस यही प्रश्न आएगा इस ब्रह्मांड का मेरा मतलब हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह आखिर है कौन सा.
चलिए इसके बारे में जान लेते देते हैं…..
सबसे बड़ा ग्रह –
हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह आकार में देखा जाए तो वह है बृहस्पति ग्रह यानि जुपिटर।
जोकि 69,911 किलोमीटर त्रिज्या में फैला हुआ है.
यह बहुत बड़ा है तुलना भी नहीं किया जा सकता किसी भी ग्रह से बृहस्पति से.
पर आपको थोड़ी जानकारी दे देते हैं तुलना करने के लिए.
पृथ्वी मात्र 6,400 किलोमीटर की त्रिज्या में फैली हुई है
जो कि पृथ्वी से मतलब बृहस्पति ग्रह पृथ्वी से त्रिज्या के मामले में पूरा 11 गुना ज्यादा बड़ा है.
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और आयतन की बात ही मत कीजिए बृहस्पति ग्रह के अंदर 1321 पृथ्वी समा सकती है.
यानी हम कुछ है ही नहीं बृहस्पति ग्रह के सामने. ये ग्रह पूरी तरीके से गैस से बना हुआ है यानी यहां पर गैस ही गैस है.
और इस बृहस्पति ग्रह के अंदर गैस के आंधी चलती रहती है.
जुपिटर सूर्य से कुल 77 करोड़ किलोमीटर से भी ज्यादा दूर है.
और पृथ्वी से बृहस्पति ग्रह की दूरी कुल 66 करोड़ किलोमीटर से भी ज्यादा है.
बृहस्पति ग्रह सूर्य से क्रम में पांचवें नंबर पर आता है और इस सूर्य के हजारवें अंश के बराबर होता है.
और अगर बृहस्पति ग्रह के कुल द्रव्यमान के बात कर ले.
तो बाकी के साथ ग्रहों को अगर मिला भी लिया जाए तो भी अकेले बृहस्पति ग्रह का द्रव्यमान इन सभी से ढाई गुना ज्यादा होगा।