इस दुनिया में हर एक चीज़ अनूठी (Duniya ke saat ajoobe) हैं और हर देश का अपना अलग-अलग इतिहास व विरासत है लेकिन इन सभी अद्भुत चीज़ों में 7 मुख्य चीज़े चुनी गयी जिन्हें आज हम दुनिया के 7 अजूबों के नाम से (Duniya ke 7 ajuba ke naam) जानते हैं। यदि आप भी दुनिया के सात अजूबे के नाम और फोटो देखना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हो।
आज हम आपको दुनिया के 7 अजूबे के नाम और उनके बारे में (Duniya ke 7 ajoobe) बताएँगे ताकि आपको दुनिया के 7 अजूबे क्या है, इसके बारे में विस्तार से पता चल सके। आइए जानते हैं दुनिया के सात अजूबे कौन-कौन से हैं।
दुनिया के सात अजूबे (Duniya ke saat ajoobe)
हम आपको एक-एक करके सभी 7 अजूबों के नाम (Duniya ke saat ajoobe ke naam) और उनके बारे में बताएँगे। आइए जाने।
#1. ताजमहल –
अब 7 अजूबों की बात की जा रही हैं तो इसमें अपने देश में स्थित ताजमहल की सबसे पहले बात करते हैं। जी हां, दुनिया के सैकड़ों देशों में बनी अद्भुत चीज़ों में से अपने देश का ताजमहल 7 अजूबों में एक हैं। इससे बड़ी गौरव की बात और क्या होगी कि देश का एक ऐतिहासिक स्थल दुनिया के 7 अजूबों में आता है।
ताजमहल को भारत देश पर राज कर रहे मुगल आक्रांता शाहजहाँ के नेतृत्व में बनाया गया था। यह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित है। इसका निर्माण 1632 ईसवीं में हुआ था जिसे बनाने में लगभग 15 वर्षों का समय लगा था। यह शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनाया था। शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण करने वाले सभी मजदूरों के हाथ भी कटवा दिए थे ताकि फिर से ऐसी खुबसूरत चीज़ का निर्माण ना हो सके।
ताजमहल सफेद संगमरमर के पत्थरों से बना हुआ हैं जो राजस्थान के मकराना से लाये गए थे। इसी ताजमहल में मुमताज की कब्र हैं जहाँ उसे दफनाया गया था। शाहजहाँ के बेटे औरंगजेब ने अपने पिता से उनका सिंहासन हथियाने के बाद उसे ताजमहल के निकट लाल किला में बंदी बनाकर रखा था तथा उसके मरने के बाद उसने मुमताज के निकट ही शाहजहाँ को दफना दिया था।

#2. चीन की महान दीवार –
अब बात करते हैं चीन में बनी सबसे लंबी और महान दीवार की जो अपनी लम्बाई के चलते दुनिया के 7 अजूबों में शामिल है। आप यकीन नही करेंगे लेकिन इस दीवार की कुल लम्बाई 6400 किलोमीटर हैं जिसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता हैं। यदि इसकी ऊंचाई की बात की जाए तो यह 35 फीट ऊँची हैं और चौड़ाई में इतनी चौड़ी हैं कि इस पर एक साथ 10 लोग चल सकते हैं।
इसकी लंबाई के पीछे का कारण उस समय के युद्ध हैं। चीन की सीमा उत्तरी आक्रमणों से परेशान थी। इसलिए वहां के राजाओं ने अपनी सीमा की रक्षा के लिए इस दीवार का निर्माण करवाया था। पहले यह दीवार अलग-अलग टुकड़ों में थी जिसे वहां के अलग-अलग राजाओं के द्वारा नौवीं शताब्दी से लेकर 16वीं शताब्दी के बीच बनाया गया था।
बाद में इन दीवारों को आपस में जोड़कर इस विशाल दीवार का निर्माण किया गया। उस समय की बनी यह दीवार इंट, चूना, मिट्टी, पत्थर इत्यादि चीज़ों से बनी हैं। अपनी लम्बाई के कारण आज इसे ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना के नाम से बबी जाना जाता है।

#3. क्राइस्ट रिडीमर स्टेचू –
यह विश्व के सबसे बड़े धर्म ईसाईयों के ईश्वर ईसामसीह की मूर्ति हैं जो ब्राजील देश के रियो डी जेनेरो शहर में स्थित हैं। विश्व के 7 अजूबों में शामिल यह मूर्ति अपनी ऊंचाई और बनावट के लिए प्रसिद्ध हैं। कुछ वर्षों पहले तक क्राइस्ट की मूर्ति दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति थी लेकिन आज विश्व में इससे भी ऊँची व भव्य मूर्तियाँ बन चुकी हैं जिसमे से एक अपनी देश में बनी सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति हैं जो गुजरात के नर्मदा में स्थित हैं।
क्राइस्ट रिडीमर की यह मूर्ति तिजुका फारेस्ट नेशनल पार्क में कोरकोवादो पर्वत के ऊपर बनी हैं। इसका आधार कुल 31 फीट चौड़ा हैं और इसके आधार को मिलाकर मूर्ति की ऊंचाई 130 फीट के आसपास पहुँच जाती हैं। यदि बात इसकी चौड़ाई की की जाए तो यह कुल 28 फीट हैं। इस मूर्ति का निर्माण सन 1922 से 1931 के बीच किया गया था।
इस मूर्ति में ईसाईयों के ईश्वर ईसामसीह अपने दोनों हाथ फैलाये सीधे खड़े हैं। दुनिया भर के ईसाईयों के बीच इस मूर्ति की खास मान्यता हैं और इसे देखने हर वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी ब्राजील पहुँचते हैं।

#4. पेट्रा –
जोर्डन में पेट्रा केवल एक स्थल नही हैं बल्कि यह प्राचीन सभ्यता को दर्शाने वाला एक पूरा शहर हैं। इसका निर्माण 312 ईसा पूर्व का माना जाता हैं जो अपनी सभ्यता व सांस्कृतिक छवि के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध स्थल हैं। इस विश्व विरासत संगठन के द्वारा ऐतिहासिक व विश्व धरोहरों की सूची में भी शामिल किया गया था।
भारत में सबसे ज्यादा विदेशी कहाँ जाते हैं
यहाँ पर पत्थरों व चट्टानों से बनाए गए घर, दुकान इत्यादि शामिल हैं जो लाल रंग के बने हुए हैं। यहाँ सभी चीज़े लाल रंग में होने के कारण इसे रोज सिटी के नाम से भी जाना जाता हैं। जोर्डन में यह सबसे प्रसिद्ध स्थल हैं जिसे देखने लाखों की संख्या में सैलानी हर वर्ष पहुँचते हैं।

#5. चीचेन इत्जा –
अमेरिका के दक्षिण में स्थित प्रसिद्ध देश मैक्सिको के युकान्तन शहर में स्थित चीचेन इत्जा एक मंदिर हैं जो कि माया सभ्यता के द्वारा आज से 1200 वर्ष पहले बनाया गया था। इसे मयान मंदिर भी कहते हैं। मान्यता हैं कि इसे कोलंबिया देश के लोगों के द्वारा बनाया गया था। यह मंदिर कुल 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ विशाल मंदिर हैं।
इस मंदिर के 7 अजूबों में शामिल होने के पीछे इसकी बनावट हैं। दरअसल इसकी बनावट एक पिरमिड की आकृति जैसी हैं जिसमे ऊपर जाने के लिए सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। सबसे ऊपर एक चबूतरा हैं और उस तक पहुँचने के लिए चारों दिशाओं से कुल 365 सीढ़ियाँ हैं। मान्यता हैं कि यह 365 सीढ़ियाँ वर्ष के 365 दिनों का प्रतिनिधित्व करती हैं।

#6. रोम का कोलोजियम –
आपने ऐतिहासिक सीरियल में राजाओं के द्वारा कुश्ती करने या अखाड़ों की परंपरा तो देखी ही होगी तो यह परंपरा केवल भारत के राजाओं में ही प्रसिद्ध ना होकर दुनियाभर के राजाओं के लिए मशहूर थी। खासकर इस तरह की लड़ाइयाँ रोम के राजाओं के लिए रोमांच से भरी हुई होती थी जिसका साक्षी रोम में बना यह कोलोजियम हैं।
दुनिया के सात अजूबों में शामिल रोम का यह कोलोजियम और कुछ ना होकर बल्कि विश्व का सबसे बड़ा अखाड़ा कहा जा सकता हैं। इसमें एक साथ पांच हज़ार से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था थी जिसमें राजा की सीट सबसे बड़ी व ऊँची हुआ करती थी। यहाँ पर पशुओं व मानवों के बीच लड़ाई करवाई जाती थी। कहते हैं कि यहाँ पर 10 लाख से ज्यादा मनुष्य व 5 लाख से ज्यादा पशु मृत्यु की गोद में समा चुके हैं।

#7. माचू पिच्चु –
आपको कैसा लगेगा जब आपको बताया जाएगा कि सैकड़ों वर्ष पुराना एक शहर जो कि गुम हो गया था आज वह पुनः मिल चुका हैं। जी हां, पेरू देश के पर्वतों की ऊँची-ऊँची चोटियों पर स्थित यह माचू पिच्चु शहर दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा हैं। इसकी खूबसूरती के कारण इसे दुनिया के 7 अजूबों में शामिल किया गया हैं।
दरअसल एक समय यह गुम हो गया था, इसलिए इसे लॉस्ट सिटी ऑफ़ द इंका भी कहा जाने लगा लेकिन कुछ आज से 100 साल पहले जब इसकी वापस खोज हुई तब यहाँ के घरों व धरोहरों की मरम्मत करवाई गयी। यहाँ का मुख्य आकर्षण यहाँ किया जाने वाला ट्रेक व सूर्योदय का नजारा होता हैं।
