highest peak in west india – पश्चिम भारत में समुद्र लगने की वजह से ये क्षेत्र भारत के बाकि के क्षेत्रों से ज्यादा विकसित हैं. क्यूंकि यहाँ पर ज्यादा औद्योगिकीकरण हैं.
लेकिन पश्चिम भारत भी बहुत ही विवधताओं से भरा हुआ हैं. यहाँ पर गुजरात और महाराष्ट्र राजस्थान की तुलना में थोडा ज्यादा विकसित हैं.
लेकिन बात प्राकृतिक सुन्दरता की करे, तो भारत के चारों पश्चिमी राज्य किसी से कम नहीं हैं.
इसलिए आज हम जानते हैं कि पश्चिम भारत के राज्यों का सबसे ऊँचा पर्वत कौन सा हैं. (pashchim bharat ka sbse uncha parvat).
आखिर कौन सा छोटी हैं यहाँ का सबसे ऊँचा ( highest peak in west india).
पश्चिम भारत में बहुत ही सुंदर सुंदर पर्वत श्रृंखला में मौजूद है पश्चिम भारत में मौजूद राजस्थान में अरावली की सुंदर पर्वत श्रृंखला में मौजूद है.
जहां पर पर्यटक भी आते जाते रहते हैं उसी तरह पश्चिम भारत में मौजूद गुजरात में गिरनार पर्वत श्रृंखला भी मौजूद है.
जिसके तलहटी पर बहुत ही हरा भरा जंगल गिर का जंगल मौजूद है. जो भारत का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां पर शेर मौजूद है.
फिर उसके नीचे आता है महाराष्ट्र जहां के पश्चिमी छोर पर मौजूद है पश्चिमी घाट के पर्वत श्रृंखलाएं.
जो की बहुत ही ज्यादा सुंदर है. लोनावला माथेरन जैसे जगह है महाराष्ट्र में। जो की पर्यटकों के लिए काफी ज्यादा मशहूर है.
और उसी के नीचे आता है गोवा. जिसके बारे में आप सभी जानते ही होंगे कि पर्यटकों के मामले में गोवा भारत में कितना आगे है.
यहां पर भी पश्चिमी घाट के पर्वत श्रृंखला में मौजूद है.
गुरु शिखर (guru shikhar) – 1,722 मीटर (5,650 फीट) राजस्थान -( highest peak in west india )
गुरु शिखर, राजस्थान के अरबुड़ा पहाड़ों में एक चोटी है. जो अरावली पर्वतमाला का उच्चतम बिंदु है.
यह 1722 मीटर (5676 फीट) की ऊंचाई पर है. माउंट आबू से 15 किलोमीटर दूर गुरु शिखर.
अरावली पर्वत शृंखला के साथ ही राजस्थान की सबसे ऊँची चोटी (highest peak in rajsthan) है.
और यह पश्चिम भारत का भी सबसे ऊँचा शिखर ( highest peak in west india) हैं.
इस पर्वत श्रृंखला के ऊपर चोटी पर मौजूद है एक मंदिर जिसका भवन सफेद रंग का है.
इस मंदिर पर पहुंचते ही यहां की प्राकृतिकता आपका मन मोह लेगी।
यहां पर मौजूद मंदिर भगवान विष्णु के अवतार दत्तात्रेय को समर्पित है।
इसी माउंट आबू पर्वत श्रृंखला ऊपर ही रिसर्च के लिए एक बड़ा टेलीस्कोप भी लगा हुआ है. जहां से तारों को देखा जा सकता है.
कलसुबाई पीक(Kalsubai peak) – 1,646 मीटर (5,400 फीट) -महाराष्ट्र – (highest peak in west india)
कालसुबाई चोटी महाराष्ट्र राज्य की सबसे ऊँची पर्वत चोटी (highest peak in maharashtra) है.
और पूरी पहाड़ी सह्याद्री पर्वत श्रृंखला या पश्चिमी घाट की सबसे ऊँची चोटी पर स्थित हरिश्चंद्रगढ़ कालसुबाई अभयारण्य का एक हिस्सा है.
महाराष्ट्र में कलसुबाई के बाद नासिक की सलहर चोटी सबसे ऊँची हैं. यह 1,567 मीटर (5,141 फीट) की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है (highest peak in west india).
और पश्चिमी घाट की 27वीं सबसे ऊँची चोटी है.
दरअसल कलसूबाई चोटी महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले और नासिक जिले के बॉर्डर पर मौजूद है
और यहां से बहुत ही सुंदर नजारा देखने को मिलता है.
क्योंकि यहां पर एक बहुत ही सुंदर हरिश्चंद्र कलसूबाई अभ्यारण भी मौजूद है.
यह पर्यटन के लिए काफी मशहूर जगह भी है. यहां पर लोग पिकनिक मनाने के लिए महाराष्ट्र के कोने-कोने से आते हैं.
और केवल महाराष्ट्र से ही नहीं बल्कि पूरे भारत के कोने-कोने से यहां पर लोग आते हैं.
गिरनार चोटी (girnar peak)- 1,031 मीटर (3,383 फीट)
भारत के गुजरात राज्य के जूनागढ़ जिले स्थित पहाड़ियाँ गिरनार नाम से जानी जाती हैं.
यह अहमदाबाद से 327 किलोमीटर की दूरी पर जूनागढ़ के 10 मील पूर्व भवनाथ में स्थित है.
इन पहाड़ियों की औसत ऊँचाई 3,500 फुट है, पर चोटियों की संख्या अधिक है.
यह गुजरात राज्य की सबसे ऊँची चोटी (highest peak in gujrat) हैं.
गिरनार पर्वत का भारतीय माइथॉलजी में भी काफी महत्व है.
इस पर्वत को काफी पवित्र माना जाता है. और इसी पर्वत की तलहटी पर मौजूद है गीर का हरा भरा जंगल.
जहां पर मौजूद है शेर भारत का एकमात्र ऐसा क्षेत्र जहां पर शेर मौजूद है. (highest peak in west india)
और केवल भारत ही नहीं पूरे एशिया का यह एकमात्र ऐसा क्षेत्र है. जहां पर सिंह पाए जाते हैं. इसलिए भारत के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है.
क्योंकि शेर केवल अफ्रीका महाद्वीप और एशिया महाद्वीप में ही पाए जाते हैं. और सिंह एशिया में केवल भारत में ही पाए जाते हैं.
और वह जगह भारत में गुजरात का गिरनार पर्वत के आस पास वाले जंगल ही हैं.
सोंसोगोर पीक (/Sonsogor peak)-1,166 मीटर (3,825 फीट) -गोआ
सोंसोगोर गोवा राज्य की सबसे ऊंची चोटी (highest peak in goa) है. और पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है.
चोटी को कर्नाटक के साथ गोवा की सीमा पर स्थित हैं.
इसे सोंसोगोड या दर्सिंघा भी कहा जाता है. यह पर्वत श्रृंखला गोवा के सत्तारी तालुका में मौजूद है.
ये तो हमने आपको बताया पश्चिम भारत के सबसे ऊँचे चोटी ( highest peak in west india) के बारे में,
पश्चिम भारत के अलग अलग राज्य के आधार पर.
और भी हैं चोटियाँ पश्चिम भारत मे
लेकिन ओवरआल पश्चिम भारत की सबसे ऊँची चोटियों की बात करे तो तीसरे नंबर पर आता हैं,
महाराष्ट्र के नासिक में ही मौजूद सैल्हर चोटी.जो कि 1567 मीटर ऊँची हैं.
और यह पश्चिमी घाट की 32वीं सबसे ऊँची चोटी (highest peak in west india) हैं.
और यह महाराष्ट्र की दूसरी सबसे ऊँची छोटी हैं.
इसी तरह महाराष्ट्र में ही पश्चिमी घाट की ही पर्वत श्रृंखलाएं की ही एक चोटी तारामती भी हैं, जो महाराष्ट्र की तीसरी सबसे ऊँची चोटी हैं.
ये 1431 मीटर तक ऊँची हैं. लेकिन बात अभी पूरी तरीके से ख़त्म नहीं हुयी हैं.
नासिक में ऊँचे ऊँचे चोटियों की कोई कमी नहीं हैं. क्यूंकि यही से ही पश्चिमी घाट पर्वतों की शुरुआत होती हैं.
नासिक में ही मौजूद अंजनेरी अंजनेरी (Anjaneri) महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में स्थित एक प्राचीन दुर्ग भी है.
जो कि पश्चिमी घाट के त्र्यम्बकेश्वर श्रृंखला के अंतर्गत आता है
यह दुर्ग नासिक से त्रयम्बक रोड़ से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
राजस्थान के सिरोही जिले में मौजूद सेर चोटी भी 1592 मीटर ऊँची हैं.
सिरोही जिले में ही मौजूद देलवाडा चोटी 1442 मीटर ऊँची हैं.
और ये सब अरावली पर्वत श्रृंखला की ही चोटियाँ हैं.
उदयपुर में है जारगा चोटी भी 1431 मीटर ऊँची छोटी हैं.
गिरनार पर्वत श्रृंखला में ही अम्बाजी चोटी 1116 मीटर ऊँची हैं.
गोरखनाथ चोटी 1034 मीटर तक ऊँची हैं. (highest peak in west india). तो उम्मीद हैं आप अच्छे से समझ गए होंगे.
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