nanga parbat in hindi – नंगा पर्वत हिमालय पर्वत श्रृंखला कर ही ऊंची चोटियों में सेे एक है. हिमालय दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला मानी जाती है.
और दुनिया की अल्ट्रा ऊंचाई वाली 14 चोटियों में से 14 की 14 चोटियाँ हिमालय मेंं ही हैं.
जो कि 8 किलोमीटर से भी ऊँची है. जैसा कि इसका नाम है नंगा पर्वत ये बात सिद्ध करता है कि
इसका कहीं न कहीं से भारत की संस्कृति से संबंध है. क्योंकि इसका नाम संस्कृत में है.
पर इसका लोकेशन जानकर आपको आश्चर्य होगा और थोड़ा गुस्सा भी आएगा। एक बार जान लेते हैं कि यह नंगा पर्वत आखिर है कहां पर.
कहाँ हैं नंगा पर्वत – nanga parbat in hindi –
भारत के अधिकारिक क्षेत्र वाले गिलगित बालटिस्तान में नंगा पर्वत स्थित है. गिलगित बालटिस्तान पर पर पाकिस्तान का कब्जा है.
पहाड़ कुल 8,125 मीटर यानी 26,658 फुट ऊंचा है और इसे “कातिल पहाड़” कहा जाता है.
क्योंकि इस पर चढ़ने वाले अधिकतम लोगों की मृत्यु हो जाती है.
अब तक सबसे ज्यादा मृत्यु इसी पहाड़ पर चढ़ने पर लोगों की हुयी है वैसे इसे होना तो भारत में चाहिए।
लेकिन पाकिस्तान का अवैध कब्जा होने से यहां की प्रकृति को पाकिस्तान द्वारा बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
नंगा पर्वत हिमालय पर्वत श्रृंखला पर स्थित है. साथ ही साथ हिमालय पर्वत का सबसे सुदूर पश्चिमी छोर माना जाता है.
और इस नंगा पर्वत की तलहटी से थोड़ा ही दूर पर दक्षिण की ओर सिंधु नदी बहती है. जिसे इंडस नदी भी कहते हैं.
इसी इंडस नदी के नाम पर भारत का नाम इंडिया भी पड़ा है.
इतना ही नहीं इस बहुत ही सुंदर पर्वत के पश्चिमी सीमा पर अस्तोर घाटी भी खड़ा हुआ है.
अगर आपको पता नहीं है तो आपको अस्तोर घाटी में के बारे में भी थोड़ा बताएं चलते हैं.
और इसके महत्व को भी बताएं चलते हैं.
कहाँ हैं अस्तोर घाटी –
अस्टोर घाटी नंगा पर्वत के पूर्वी दिशा में मौजूद है. जो कि पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित गिलगित बाल्टिस्तान के क्षेत्र में ही आता है.
यह नंगा पर्वत के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान है. क्यूंकि यह नंगा पर्वत की तलहटी वाली घाटी में आता है.
जहां पर कुछ जानवर और बस्ती भी बसी हुई है. पअस्तोर घाटी समुद्र तल से 2,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
और generally इसे पाकिस्तान द्वारा अधिकृत कश्मीर का हिस्सा माना जाता है. अस्तोर घाटी 120 किलोमीटर तक लंबा है.
यह घाटी 5,100 किलो मीटर स्क्वायर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां में लगभग 100 गांव बसे हुए है.
इसलिए अस्तोरर घाटी को बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण बताया जाता हैं.
नंगा पर्वत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य (nanga parbat in hindi) –
1. नंगा पर्वत दुनिया के सबसे ऊंची चोटियों में से आता है.
माना जाता है कि इस दुनिया में कुल 14 8 किलोमीटर से भी ऊपर ऊंची चोटी है.
जो कि सभी की सभी हिमालय में आती हैं. उनमें से यह नंगा पर्वत भी एक है जो कि 8,130 मीटर जितना ऊँचा है.
2. नंगा पर्वत को दुनिया 9वा सबसे ऊंचा पर्वत माना जाता है. जो कि हिमालय में ही है.
और बाकी के 8 ऊंची चोटियां भी नेपाल, भारत और पाकिस्तान में ही मौजूद है.
जो कि हिमालय के ही हिस्से में आता है.
3. सबसे पहले दुनिया की 9वीं की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने वाला व्यक्ति ऑस्ट्रिया जर्मन नागरिक हर्मन बूल था.
जो कि 1953 में पहली बार 8 किलोमीटर से भी ऊंचे पर्वत श्रृंखला पर चढ़ाई करने वाला था।
4. नंगा पर्वत (nanga parbat in hindi) हिमालय के पश्चिमी छोर पर मौजूद है. ये हिमालय का सबसे पश्चिमी छोर है.
जो कि 8 किलोमीटर से भी ज्यादा होता है और नंगा पर्वत के उत्तर में सिंधु नदी बहती है.
जो कि अस्तोर जिले में आता है, गिलगित बाल्टिस्तान के क्षेत्र में.
5. नंगा पर्वत को “कातिल पहाड़” के नाम से भी जाना जाता है.
कातिल पहाड़ इसलिए क्यूंकि इस पर्वत ने 30 अँगरेज़ और जर्मन लोगो जान ली है.
इसी तरह एक लोकोक्ति के अनुसार जब तक इस पहाड़ पर पहली बार चढ़ाई नहीं की गई थी तब तक तो इस पहाड़ में 31 लोगों की जान ले ली थी.
और जब ऑस्ट्रिया के नागरिक ने पहली बार इस पर चढ़ाई थी.
तब कहीं जाकर मृत्यु की एक कड़ी टूटी है.
6. नंगा पर्वत का क्षेत्र लंबाई में कुल 190 किलोमीटर के क्षेत्र को अपने ज़द में लेता है.
क्योंकि यह बहुत ही ऊंचा पर्वत है. इसका प्रॉमिनेंस भी बहुत ही ज्यादा बढ़ा है इस तरह इस पर्वत की चौड़ाई 19 से लेकर 39 किलोमीटर तक है.
7. नंगा पर्वत गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में आता है. जो कि वस्तुतः तिब्बती क्षेत्र ही माना जाता है.
प्राचीन काल में यहाँ पर तिब्बती व्यक्ति बहुत आते थे. यहां पर तिब्बती संस्कृति साफ साफ देखी जा सकती है.
यही कारण है कि तिब्बतियों ने नंगा पर्वत को नाम दिया दिआमीर। दिआमीर नंगा पर्वत का दूसरा नाम है.
जो कि यहां लोकल लोगों के द्वारा बोला जाता है.
8. सबसे पहले नंगा पर्वत पर चढ़ने का प्रयास अंग्रेज पर्वतारोही अल्बर्ट मम्मेरी ने पूरे बर्फ से ढके पहाड़ पर चढ़ने का प्रयास किया।
पहाड़ बहुत ही ज्यादा ऊँचा था और अंग्रेजों का उस समय भारत पर कब्जा हो रहा था.
इसलिए अंग्रेज ने इस पर्वत पर चढ़ने का प्रयास भी करना शुरू कर दिया भारत देश को जानने के लिए.
लेकिन इसमें वह पूरी तरीके से सफल ना हो पाए.
प्रथम पर्वतारोही जो कि अँगरेज़ था उसकी बुरी तरीके से मृत्यु हो गई.
और उसी के साथ जर्मन के 30 अन्य पर्वतारोही भी उसके साथ थे जो कि नंगा पर्वत पर खराब मौसम होने के कारण हिमस्खलन में दबकर मर गए.
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