shape of earth – हमारी पृथ्वी सूर्य क्रम में तीसरे नंबर पर आती है, पहले आता है बुध, फिर उसके बाद शुक्र फिर कहीं जाकर हमारे पृथ्वी की बारी आती है.
इन दोनों से आकार में बड़ी. अगर आपने कभी पृथ्वी की इमेज देखी होगी, विभिन्न जगहों पर,
तो आप ध्यान दिए होंगे कि पृथ्वी को हमेशा गोल ही बनाया जाता है,
एक ठोस गोले की तरह, उसे देखकर आप यह कह सकते हैं कि पृथ्वी को गोल ही है.
हम नहीं कर सकते पूरे पृथ्वी को ऑब्जर्व
लेकिन हम तो यहां जमीन पर रहते हैं, पृथ्वी के बहुत ही सघन वायुमंडल के नीचे और आकार में हम बहुत ही छोटे हैं, पेन की एक डॉट की तरह.
हम पृथ्वी की तुलना में इतने छोटे हैं कि हम पूरे पृथ्वी को कभी ऑब्जर्व ही नहीं कर सकते.
हमारे पास पृथ्वी के कुछ चित्र और वीडियोस हैं
जो कि नासा और दूसरे स्पेस एजेंसीज के द्वारा लिया गया है और यही वह प्रमाण है
जिसे देखकर हम कह सकते हैं कि पृथ्वी गोल है. (shape of earth)
लेकिन आप नासा के द्वारा बताए हुए बात पर भरोसा क्यों करेंगे?
आपको प्रमाण चाहिए जो आपको यकीन दिला सके कि सच में पृथ्वी गोल है
और आज हम यही जानेंगे, तो चलिए जानते हैं..
बिना कोई कठिन साइंटिफिक टर्म जाने आज हम यह जानते ही हैं कि पृथ्वी गोल कैसे हैं ???
ऐसे पता लगायें कि पृथ्वी गोल हैं (shape of earth)
आप समुद्र के किनारे जाइए या किसी समतल मैदान के किनारे जाकर जितना दूर हो सके उतना दूर देखने का प्रयास कीजिए,
ध्यान देंगे कि आप 5 किलोमीटर से ज्यादा दूर की चीजें नहीं देख पाएंगे.
आप कितना भी प्रयास कीजिए आपको दिखेगा अंत में होराइजन यानी क्षितिज.

अब आप किसी ऊंचाई वाली जगह पर जाइए, वहां से भी आप जितना दूर हो सके उतना दूर देखने का प्रयास कीजिए,
अब आप कुछ ज्यादा दूर तक की चीजें देख पा रहे होंगे.
लेकिन एक निश्चित दूरी की बात की चीजें आप नहीं देख पा रहे होंगे.
बल्कि आप माउंट एवरेस्ट से 340 किलोमीटर दूर आने वाले किरणों को ही देख सकते हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि हर 5 किलोमीटर के बाद पृथ्वी का सरफेस कर्व्ड हो जाता है. (shape of earth)
आप से 5 किलोमीटर पर मुडती हैं पृथ्वी (shape of earth)
5 किलोमीटर की दूरी पर हम होराइजन को देख पाते हैं,
जब हम जमीन पर साधारण ऊंचाई पर खड़े हो. होराइजन जहां आकाश और धरती मिलते हैं.
हालांकि आप जमीन से जितना दूर जाते जाएंगे आप उतना ही ढंग से पृथ्वी को देख पाएंगे
और आप पृथ्वी के कर्व को उतने ही विस्तृत ढंग से देख पाएंगे
और इसी बात से आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे पृथ्वी का सरफेस एक कर्व पाथ को फॉलो करते हुए एक गोल पिंड का निर्माण करता है.
अगर पृथ्वी गोल तो ज़मीन सपाट क्यों ??
पर अब आप यह सोचेंगे कि अगर पृथ्वी गोल है तो जिस सरफेस पर हम खड़े हैं वह सपाट क्यों है ??
इसके लिए आपको अपनी कल्पना शक्ति का इस्तेमाल करना होगा.
आप एक बॉल लीजिए, आप बॉल को अपने से थोड़ा सा दूर रखिए,
आप बॉल को तो बहुत ही आराम से देख सकते हैं. बॉल को आप देख पाते हैं,
क्योंकि बॉल आप की तुलना में बहुत ही छोटा है और आप आकार में काफी बड़े हैं.
अब आप सोचिए कि आप आकार में काफी छोटे होते चले जा रहे हैं और बॉल आकार में बड़ी होती चली जा रही है.
आप ध्यान देंगे कि बॉल जितना ज्यादा बड़ा होता जाएगा आपको बॉल का सरफेस उतना ही ज्यादा सपाट सा प्रतीत होगा.
पृथ्वी के साथ भी ठीक ऐसा ही है पृथ्वी के लिए हम बहुत ही ज्यादा छोटे हैं. (shape of earth)
इसलिए हमें पृथ्वी की जमीन सपाट सी प्रतीत होती हैं, हर जगह.
पृथ्वी की जमीन हमें पृथ्वी के सेंटर की तरफ अट्रैक्ट करती रहती है.
जिससे हम कभी पृथ्वी के सरफेस को छोड़ नहीं पाते और
हम पृथ्वी पर कहीं भी हो हम जमीन से सदैव जुड़े रहते हैं. तो यही वह कारण है
जो हमें गोल पृथ्वी का सरफेस भी सपाट सा प्रतीत होता है.
जानकारी विडियो से लीजिये –